किसने हरवाया, किसने पवन सिंह को खड़ा किया, नाम बताएं; आरके सिंह पर BJP में रार तेज; राघवेंद्र प्रताप बरसे
- बड़हरा के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने सवाल किया कि किस विधायक व पूर्व विधायक ने उन्हें हरवाया है और कौन पैसा दिया, किसने पवन सिंह को खड़ा करवाया, वे नाम बताएं। जब हम हारे तो अपनी कमियों को जानने की कोशिश की और उसे दूर किया।
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आरा लोकसभा क्षेत्र में अपनी हार के करीब नौ माह बाद पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की ओर से दिये गये ताजा बयान के बाद सियासी खलबली मच गयी है। खासकर भोजपुर से जुड़े भाजपा के बड़े नेताओं को उनका बयान पसंद नहीं आया है। भोजपुर के सिन्हा में आयोजित कार्यक्रम में आरके सिंह ने भाजपा के वरीय नेताओं पर आरोप लगाये थे । कि भाजपा प्रदेश के वरीय नेताओं ने पैसे दे पवन सिंह को चुनाव में निर्दलीय खड़ा करवाया और उन्हें पार्टी के विधायक और पूर्व विधायक ने हरवाया। वे धोखा देने वालों को छोड़ेंगे नहीं और चुनाव में हराने का काम करेंगे।
भाजपा ने आरके सिंह को दिया है सम्मान - कन्हैया
भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक कन्हैया सिंह ने कहा कि भाजपा ने आरके सिंह को जो सम्मान दिया है, उतना कोई अन्य पार्टी नहीं दे सकती है। आरके सिंह जैसे ही रिटायर हुए, पार्टी ने वर्षों से लगे कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर उन्हें टिकट दिया। वे दो बार लोकसभा चुनाव जीते और पार्टी ने उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया।
तीसरी बार भी टिकट दिया। पूरे बिहार को छोड़ दें तो शाहाबाद में ही दो-तीन आईएएस-आईपीएस राजनीति में जमीन तलाश रहे हैं। छल करने के आरोप पर कहा कि भाजपा किसी के साथ छल नहीं करती है और सबको सम्मान देती है। मुझे भी शिक्षा प्रकोष्ठ का बिहार संयोजक बनाकर सम्मान दिया है।
पार्टी और मीडिया में बात करना दोनों नहीं चल सकता - अमरेंद्र
आरा के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आरके सिंह की क्या समझदारी है, मैं नहीं समझ पा रहा हूं। मैं इतना ही कह सकता हूं कि पार्टी सबसे बड़ी है। उन्हें पार्टी के फोरम पर बात करनी चाहिए। इस तरह की बात मीडिया में नहीं कही जाती। वे 35 साल नौकरी कर आये। भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया, सम्मान दिया। केंद्र के बड़े नेताओं से बात करनी चाहिए थी। पार्टी और मीडिया में बात करना, दोनों साथ नहीं चल सकता। जब तक लोकतंत्र रहेगा, कोई हारेगा-कोई जीतेगा। जीतने की गारंटी राजनीति में नहीं है। वाजपेयी जी भी हारे थे।
किसने हरवाया और कौन पैसा दिया, नाम बताएं - राघवेंद्र
बड़हरा के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने सवाल किया कि किस विधायक व पूर्व विधायक ने उन्हें हरवाया है और कौन पैसा दिया, किसने पवन सिंह को खड़ा करवाया, वे नाम बताएं। हमने 12-13 चुनाव लड़ा है और सात-आठ बार जीत दर्ज की है पर जब हम हारे तो अपनी कमियों को जानने की कोशिश की और उसे दूर किया। हराने वाले के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की आरके सिंह की बात पर कहा कि चुनाव लड़ने से किसी को कोई रोक सकता है? विधानसभा ही क्यों, मुखिया, सरपंच और मेयर का चुनाव भी लड़ लें।