मुकेश सहनी की एनडीए में होगी वापसी? बीजेपी मंत्री प्रेम कुमार बोले- इसमें बुराई क्या है
बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार ने दावा किया है कि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी जल्द ही एनडीए में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे एनडीए में आना चाहते हैं तो इसमें बुराई क्या है।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी की एनडीए में वापसी की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इस बीच बिहार की नीतीश सरकार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कोटे से मंत्री प्रेम कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी एनडीए में आ रहे हैं और हम लोग मिलकर उनका स्वागत करेंगे। प्रेम कुमार ने यह भी कहा कि सभी को अपने इच्छा अनुरूप काम करने का अधिकार है। अगर सहनी एनडीए में आ रहे हैं तो उसमें बुराई क्या है। मंत्री के इस बयान के बाद वीआईपी के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन छोड़कर एनडीए में वापसी की अटकलों को बल मिल गया है।
मंत्री प्रेम कुमार ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि जैसी परिस्थिति दिख रही है, उससे लगता है कि मुकेश सहनी जल्द ही पाला बदलेंगे। उनका एनडीए में स्वागत है, हम लोग मिलकर काम करेंगे। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा बिहार की कानून व्यवस्था पर उठाए जा रहे सवालों पर भी पलटवार किया। मंत्री ने कहा कि तेजस्वी आरजेडी के शासनकाल की चर्चा क्यों नहीं करते हैं। लालू-राबड़ी राज में सीएम आवास से अपराधी लोगों से रंगदारी मांगते थे।
बता दें कि मल्लाहों को केंद्र में रखकर राजनीति करने वाली मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले महागठबंधन का दामन थाम लिया था। मुकेश सहनी ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ मिलकर दनादन रैलियां कीं। आरजेडी ने वीआईपी को अपने कोटे की तीन सीटें भी लड़ने के लिए दीं, मगर तीनों पर सहनी की पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
पिछले कुछ दिनों से सियासी गलियारों में सहनी के एनडीए में वापस लौटने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वीआईपी ने 2020 में एनडीए में रहकर ही चुनाव लड़ा था और मुकेश सहनी, नीतीश सरकार में मंत्री बने थे। बाद में वीआईपी के चार विधायक बीजेपी में शामिल हो गए, सहनी की कुर्सी चली गई थी।
हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और फेसबुक पर प्रोफाइल फोटो बदलकर तिरंगा की तस्वीर भी लगाई। इसे बीजेपी के हर घर तिरंगा अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चा है कि मुकेश सहनी का फिर से बीजेपी की तरफ झुकाव बढ़ रहा है। हालांकि वीआईपी की ओर से कहा गया है कि जो भी निषादों के आरक्षण की बात करेगा, सहनी उसी के साथ रहेंगे।