नालंदा समेत 12 जिलों के 24 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी!
नालंदा समेत 12 जिलों के 24 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी!नालंदा समेत 12 जिलों के 24 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी!नालंदा समेत 12 जिलों के 24 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी!नालंदा समेत 12 जिलों के 24...

नालंदा समेत 12 जिलों के 24 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी! जांच के लिए बुलाने पर 18 नहीं हुए मौजूद, 15 को फिर से पटना तलब उपनिदेशक ने डीईओ को दिया सत्यापन का आदेश बीटीईटी, सीटीईटी, दक्षता, नियोजन पत्र के अलावा कई अन्य तरह की मिलीं गड़बड़ियां सबसे अधिक वैशाली जिले के संजीत कुमार के 4 प्रमाणपत्रों में मिलीं गड़बड़ियां 15 को जांच में मौजूद न होने वालों की जाएगी नौकरी बिहारशरील, कार्यालय संवाददाता। बहाल हुए शिक्षकों के प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार स्थानीय निकाय शिक्षक सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) में सफल 12 जिलों के 24 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र प्रथमदृष्ट्या फर्जी पाये गये हैं।
ऐसे में उन्हें 8 मई को तमाम कागजात के साथ पटना के विभागीय सभागार में बुलाया गया था। इनमें से महज छह अपने प्रमाणपत्रों के साथ जांच के लिए पहुंचे। शेष 18 अनुपस्थित रहे। इन अभ्यर्थियों को अंतिम मौका देते हुए फिर से 15 मई को विभागीय सभागार में पटना बुलाया गया है। अगर वे जांच के लिए प्रमाणपत्रों के साथ मौजूद नहीं होते हैं, तो उन्हें फर्जी मानते हुए नौकरी से वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही, उनके खिलाफ एफआईआर कराते हुए नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने जांच के लिए नहीं पहुंचे 18 अभ्यर्थियों की सूची भेजेते हुए उनके सत्यापन का आदेश संबंधित डीईओ को दिया है। साथ ही, उन्हें तय तिथि पर पटना भेजने की सूचना से अवगत कराने को भी कहा गया है। नियोजन पत्र भी फर्जी : बीटीईटी, सीटीईटी, दक्षता, नियोजन पत्र के अलावा इन अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों में कई अन्य तरह की गड़बड़ियां मिली हैं। सबसे अधिक वैशाली जिले के संजीत कुमार के चार प्रमाणपत्रों में गड़बड़ियां पायी गयीं। नालंदा के प्रभारी डीईओ अनिल कुमार ने बताया कि स्थानीय निकाय शिक्षक सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच के लिए काउंसिलिंग करायी गयी थी। इस दौरान 24 अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट प्रथमदृष्ट्या फर्जी पाये गये थे। ऐसे में 29 अप्रैल को उन्हें सूचना देकर 8 मई को पटना बुलाया गया था। किन जिलों के किन अभ्यर्थियों को बुलाया गया है : नालंदा के सुनील कुमार व रंजीत कुमार सिंह, रोहतास की पुष्पा कुमारी व बैकुण्ठ साह, गया के मो. मोजम्मिल हुसैन, आशा किमारी व संजय कुमार ठाकुर, औरंगाबाद की प्रियंका, हरिनंदन विश्वकर्मा व सुरेन्द्र कुमार सिन्हा, भागलपुर के सुनील कुमार साह, बेगूसराय की फरहत जहां, जहानाबाद के अवनीश कुमार, सीतामढ़ी की पूजा कुमारी, वैशाली के संजीत कुमार, गोपालगंज की ज्योति शर्मा, मधुबनी के मनीष कुमार सिंह, खगड़िया की रंजु कुमारी। अधिकारी बोले : 24 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र पहली जांच में फर्जी पाये गये हैं। उन्हें फिर से प्रमाणपत्रों की जांच के लिए 8 मई को पटना बुलाया गया था। लेकिन, केवल आठ ही मौजूद हुए। मौजूद आठ अभ्यर्थियों के भी प्रमाणपत्रों की फिर से जांच नहीं की गयी है। शेष 18 अभ्यर्थियों को उनके प्रमाणपत्रों की जांच में शामिल होने का एक और मौका दिया गया है। अब्दुस अलाम अंसारी, उपनिदेशक, माध्यमिक शिक्षा
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