बिहार जमीन सर्वे: 36 लाख स्वघोषणा पत्र दाखिल हुए, 20 हजार मौजों में खातियान लिखने का काम शुरू
बिहार में 20 अगस्त को जमीन सर्वे की प्रक्रिया शुरू की गई थी। बीते एक महीने के भीतर करीब 36 लाख लोगों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से स्वघोषणा पत्र दाखिल कर दिया है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दावा है कि भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया सही चल रही है, जल्द ही इसमें तेजी आएगी।
Bihar Land Survey: बिहार में जमीन सर्वे एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत अबतक करीब 36 लाख लोगों ने स्वघोषणा पत्र दाखिल किया है। रैयतों ने करीब 25 लाख स्वघोषणा पत्र को शिविरों में जाकर ऑफलाइन एवं करीब 11 लाख को ऑनलाइन दाखिल किया गया है। शुक्रवार को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में राज्य में जारी भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की समीक्षा की गई। विभाग के सचिव जय सिंह ने बंदोबस्त पदाधिकारियों के साथ जूम एप के जरिए बैठक की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि सर्वेक्षण तय प्रक्रिया के मुताबिक चल रहा है।
विभागीय सचिव जय सिंह ने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व अफवाह फैला रहे हैं। आम लोगों को इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। अभी स्वघोषणा का काम प्रदेश के 445 अंचलों में चल रहा है। साथ ही सभी मौजों का प्रपत्र-5 यानि खतियान का सार या तेरीज लिखने का काम जारी है। आने वाले समय में इसमें और तेजी आएगी। बैठक में राज्य के उन 43041 गांवों की समीक्षा की गई जहां भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू है। इन सभी गांवों में सर्वेक्षण की घोषणा कर दी गई किंतु इसमें से 42561 गांवों को ही निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
41333 मौजों में ग्राम सभा का आयोजन हुआ
विभाग के अनुसार बैठक से स्पष्ट हुआ कि कुल मौजों में से 41333 मौजों में ग्राम सभा का आयोजन किया जा चुका है। किन्तु निदेशालय की वेबसाइट पर 37974 मौजों को ही अपलोड किया गया है। कुछ जिलों विशेषकर गोपालगंज और पूर्वी चंपारण में स्वघोषणा काफी कम संख्या में प्राप्त होने एवं सर्वे का अनुश्रवण ठीक से नहीं करने के कारण वहां के बंदोबस्त पदाधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश निदेशक, भू-अभिलेख एवं परिमाप को दिया गया। साथ ही, ऑफलाइन मोड में प्राप्त आवेदनों को शीघ्र ऑनलाइन करने का निर्देश बंदोबस्त पदाधिकारियों का दिया गया।
रैयत मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं सर्वे की गतिविधि
बैठक में उपस्थित भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे. प्रियदर्शिनी ने सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को तकनीकी रूप से दक्ष होने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि सर्वे की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन है इसलिए इसकी प्रगति की समीक्षा बगैर तकनीकी दक्षता के संभव नहीं है। बैठक में सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को बिहार सर्वे ट्रैकर ऐप की मदद से अपने कर्मियों के कार्यों का मूल्यांकन करने की निर्देश दिया गया। ऐप की मदद से अपने मोबाइल फोन के जरिए कोई भी रैयत अपने गांव में सर्वे की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकता है और उसमें भाग ले सकता है।
20526 मौजों में खतियान लिखा जा रहा
विभागीय सचिव जय सिंह ने कहा सभी जिलों में 20526 मौजों में खतियान लिखने का काम शुरू किया गया है। जिसमें 8737 मौजों में खतियान का सार यानि तेरीज लिखने का काम पूर्ण भी कर लिया गया है। खतियान लिखने के काम को और तीव्र करने का निर्देश बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया गया।
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