बिहार में नौकरी का मौका, पथ प्रभारियों की होगी बहाली; करना होगा यह काम
कनीय अभियंताओं के जिम्मे सड़कों के निर्माण का इतना बोझ होता है कि वे बनी सड़कों की गुणवत्ता का ख्याल नहीं रख पाते हैं। चूंकि सरकार के शीर्ष स्तर पर यह तय हुआ है कि ग्रामीण सड़कों की देख-रेख अब विभागीय स्तर पर ही की जाएगी। इसलिए विभाग ने पथ कार्य प्रभारी की तैनाती का निर्णय लिया है।
बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग ने गांव की सड़कों की और बेहतर तरीके से निगरानी के लिए पथ प्रभारी बहाल करने का निर्णय लिया है। सड़कों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाए रखने के लिए ये समर्पित (डेडिकेटेड) कर्मचारी होंगे। इनकी जिम्मेवारी होगी कि वे बन चुकी सड़कों की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखें। विभाग ने राज्य के हर दस पंचायत पर एक पथ कार्य प्रभारी की तैनाती का निर्णय लिया है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरसा पहले विभाग में पथ कुली का पद हुआ करता था। लेकिन धीरे-धीरे ये पद समाप्त हो गया। इस कारण सबसे निचले स्तर पर सेक्शन में विभाग के कनीय अभियंता ही सर्वे-सर्वा बने हुए हैं।
लेकिन कनीय अभियंताओं के जिम्मे सड़कों के निर्माण का इतना बोझ होता है कि वे बनी सड़कों की गुणवत्ता का ख्याल नहीं रख पाते हैं। चूंकि सरकार के शीर्ष स्तर पर यह तय हुआ है कि ग्रामीण सड़कों की देख-रेख अब विभागीय स्तर पर ही की जाएगी। इसलिए विभाग ने पथ कार्य प्रभारी की तैनाती का निर्णय लिया है। विभाग में अभी हर दस पंचायत पर एक सेक्शन कार्यरत है। विभाग में अभी 1070 सेक्शन सक्रिय हैं। इसमें हर सेक्शन में एक-एक कनीय अभियंता कार्यरत हैं।
कनीय अभियंताओं के साथ ही विभाग ने हर सेक्शन में पथ कार्य प्रभारी तैनात करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 1070 पथ कार्य प्रभारी की बहाली की जाएगी। पथ कार्य प्रभारी का दायित्व होगा कि वे अपने अधीन आने वाले सभी 10 पंचायतों की बनी हुई सड़कों पर नजर बनाए रखें। अगर किसी भी सड़क में गड्ढा हो जाए, बाढ़, कृत्रिम या प्राकृतिक कारणों से सड़कों को नुकसान पहुंचता है तो वे उसकी रिपोर्ट विभाग को देंगे। चूंकि सरकार ने सड़क बनाने वाली एजेंसियों को पांच साल तक मरम्मत का जिम्मा भी दे रखा है, ऐसे में पथ कार्य प्रभारी एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत भी सुनिश्चित करेंगे।
विभाग का हुआ है पुनर्गठन
सरकार ने हाल ही में ग्रामीण कार्य विभाग का पुनर्गठन किया है। इसके तहत विभाग में 2261 नए पदों पर बहाली होगी। अब तक विभाग में 6244 पद थे। विभाग ने 2261 और नए पदों का सृजन किया है। इसके साथ ही अब विभाग में 8683 पद हो गए। पुनर्गठन से संबंधित विभागीय संकल्प जारी हो चुका है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सृजित पदों पर बहाली के लिए जल्द ही विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।