आज से काम पर लौटेंगे धरती के भगवान, हेल्थ सिस्टम पटरी पर लौटेगा, क्या करेंगे जूनियर डॉक्टर?
जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहने और नहीं रहने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। हालांकि उनलोगों ने भी ओपीडी व अन्य सुविधाओं का विरोध नहीं करने का फैसला किया है। आईएमए और भाषा के आह्वान पर अस्पतालों में डॉक्टर काली पट्टी लगाकर चिकित्सकीय कार्य करेंगे। पिछले पांच दिनों से इलाज की व्यवस्था चरमरा गई।
पटना समेत बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में पांच दिन बाद सोमवार से सभी ओपीडी व अन्य सेवाएं बहाल हो जाएंगी। जूनियर व रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी है। लेकिन रेजिडेंट्स डॉक्टरों का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। ये लोग ओपीडी या अन्य सेवाओं को बाधित नहीं करेंगे। कई मेडिकल संस्थानों में रविवार को इमरजेंसी में अन्य मरीजों का भी इलाज किया गया।
जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहने और नहीं रहने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। हालांकि उनलोगों ने भी ओपीडी व अन्य सुविधाओं का विरोध नहीं करने का फैसला किया है। आईएमए और भाषा के आह्वान पर अस्पतालों में डॉक्टर काली पट्टी लगाकर चिकित्सकीय कार्य करेंगे। चिकित्सकों की हड़ताल के कारण पिछले पांच दिनों से एम्स, आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच में इलाज की व्यवस्था चरमरा गई। पांच दिनों की हड़ताल में इन अस्पतालों के ओपीडी में लगभग 40 हजार मरीज बिना इलाज के वापस लौटने को विवश हुए। इन पांच दिनों में लगभग एक हजार से ज्यादा छोटे-बड़े ऑपरेशन टाले गए।
उधर रविवार को पीएमसीएच, आईजीआईएमएस में मरीजों का इलाज इमरजेंसी में हुआ। रविवार को सामान्य मरीजों के नहीं आने से अस्पताल में मरीजों की भीड़ बेहद सीमित रही। आईजीआईएमएस के इमरजेंसी में कुल 60 मरीजों का इलाज हुआ। दूसरी तरफ लगभग नौ नए मरीज भर्ती किए गए। वहीं पीएमसीएच में भी तीन दर्जन से ज्यादा मरीजों का इलाज इमरजेंसी में किया गया।
आईजीआईएमएस में सामान्य रूप से चलेगी ओपीडी सेवाएं आईजीआईएमएस में ओपीडी सेवाएं सामान्य रूप से चलेंगी। सभी सीनियर डॉक्टर ओपीडी, इमरजेंसी, ओटी में अपनी सेवाएं देंगे। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि ओपीडी बहिष्कार जैसी कोई सूचना रेजिडेंट्स अथवा जूनियर डॉक्टरों द्वारा नहीं दी गई है। बताया कि रविवार को भी इमरजेंसी में 60 से ज्यादा मरीजों को देखा गया।
पीएमसीएच में ओपीडी का विरोध नहीं करेंगे डॉक्टर
पीएमसीएच में भी सोमवार को ओपीडी का बहिष्कार जूनियर और रेजिडेंट डॉक्टर नहीं करेंगे। हालांकि वे लोग ड्यूटी पर आएंगे अथवा नहीं इसका निर्णय सोमवार की सुबह में लेंगे। इस बाबत जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के डॉ. अंकित सिंह ने बताया कि हड़ताल पर स्पष्ट फैसला अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन अन्य अस्पतालों में संघ की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। दूसरी तरफ इस मामले पर संघ के शीर्ष पदाधिकारी सोमवार की सुबह को जो भी निर्णय लेंगे, वही किया जाएगा।
एम्स में रेजिडेंट्स डॉक्टर नहीं करेंगे काम
एम्स में ओपीडी और ओटी संचालित होगी, लेकिन रेजिडेंट्स डॉक्टर अपने को इस कार्य से अलग रखेंगे। एम्स रेजिडेंट्स डॉक्टर एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने बताया कि एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर ना तो ओपीडी और ना ही ओटी का बहिष्कार करेंगे। सिर्फ अपने को कार्य से अलग रखेंगे। बताया कि जबतक केंद्र सरकार हमारे दिल्ली के एसोसिएशन को सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की लिखित आश्वासन नहीं देगी, हमारा कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।