मोदी-नीतीश के कामों का प्रचार, जनता से लेंगे फीडबैक; बिहार चुनाव के लिए बीजेपी ने बनाई रणनीति
पहली बार सांगठनिक जिलों की संख्या 45 से 52 कर दी गयी है। साथ ही मंडल की संख्या में भी 200 से अधिक का इजाफा किया गया है। नये सांगठनिक जिलों व मंडलों में प्रशासनिक व्यवस्था बनाये जाने पर भी विचार-विमर्श हुआ। निर्णय लिया गया कि भाजपा चुनाव से पहले संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का काम करेगी।
अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा संगठन की मजबूती और काम-काज के प्रचार को अपनी जीत का हथियार बनाएगी। हरियाणा के सूरजकुंड में रविवार से शुरू हुई बिहार भाजपा कोर कमेटी की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन इस पर मैराथन चर्चा चली। बैठक में विधानसभा चुनाव को देखते हुए एनडीए का साझा कार्यक्रम चलाने के साथ ही अगले तीन-चार माह तक के संभावित कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। बैठक देर रात तक चली और सोमवार को भी जारी रहेगी।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, मंत्री मंगल पांडेय, सांसद डॉ. संजय जायसवाल, राधामोहन सिंह सहित करीब ढाई दर्जन नेता शामिल हुए। बिहार में संगठन पर्व के तहत मंडल से लेकर जिला व प्रदेश स्तर पर सांगठनिक चुनाव हो रहे हैं।
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राज्य में पहली बार सांगठनिक जिलों की संख्या 45 से 52 कर दी गयी है। साथ ही मंडल की संख्या में भी 200 से अधिक का इजाफा किया गया है। नये सांगठनिक जिलों व मंडलों में प्रशासनिक व्यवस्था बनाये जाने पर भी विचार-विमर्श हुआ। निर्णय लिया गया कि भाजपा चुनाव से पहले संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का काम करेगी। साथ ही केंद्र में मोदी और बिहार में नीतीश सरकार के कार्यों का प्रचार-प्रसार करेगी।
सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं पर आम जनता से उनका फीडबैक भी लिया जायेगा। सोमवार को होने वाली बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी शामिल हो सकते हैं।