नीतीश के नेतृत्व पर अमित शाह के सुर में बिहार बीजेपी; अध्यक्ष बोले- चेहरे पर चर्चा नहीं, दिल्ली से तय होगा
बिहार चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने की बात कहने वाले बिहार बीजेपी अध्यक्ष के सुर अचानक बदल गए। उन्होने कहा कि हम तो छोटे कद के नेता है। ये काम को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का है। इससे पहले अमित शाह ने भी कहा था कि जब तय करेंगे तब बताएंगे।
एक दिन पहले तक नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लडने की बात कहने वाले बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की बोली अचानक बदल गई। शनिवार को दिए गए ताजे बयान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम तो छोटे कद के नेता है। ये काम तो केंद्रीय नेतृत्व का है। हम लोग तो प्रदेश अध्यक्ष हैं, हमारा काम संगठन को मजबूत करना है। चुनाव की तैयारी करना है, सेना और फौज को तैयार करना है। हमारी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर ये सब बातें होती है।
जायसवाल ने कहा कि शुक्रवार को एनडीए के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक अगले महीने से शुरू होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर हुई थी। जिसमें चेहरा और नेतृत्व को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे प्रदेश अध्यक्ष ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह सब केंद्रीय नेतृत्व का मसला है। दिलीप जायसवाल अपने बयान से यू टर्न लेते हुए गृहमंत्री अमित शाह के सुर में सुर मिलाते दिख रहे हैं।
आपको बताते दें इससे पहले एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा था कि बिहार में अगले साल विधानसभा का चुनाव किसके नेतृत्व में होगा, इसका फैसला संसदीय बोर्ड की बैठक में होगा। जेडीयू से इस बारे में बात कर की जाएगी। उसके बाद ही नाम तय होगा कि किसके नेतृत्व में चुनाव होगा। पार्ची के फैसलों को सार्वजनिक मंच पर साझा नहीं किया जाता है। जब फैसला होगा, तब आपको बता दिया जाएगा।
इससे पहले कई मौके पर बिहार बीजेपी के नेता कहते आए हैं कि नीतीश कुमार के ही नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ा जाएगा। लेकिन अब अचानक नेतृत्व को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। आपको बता दें राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के आवास पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल की अध्यक्षता में एनडीए के घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक हुई थी। जिसमें आगामी 15 जनवरी से शुरू हो रहे एनडीए जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन की ऐतिहासिक सफलता के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहनता से चर्चा हुई। साथ ही घटक दलों की भावी रणनीतियों और कार्य योजनाओं की भी विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई।
विगत दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में एक अणे मार्ग में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार तय हुआ कि 15 जनवरी 2025 से एनडीए की संयुक्त कार्यकर्ता बैठक होगी। यह बैठक 25 फरवरी तक चलेगी। पांच चरणों में यह बैठक होगी। पहले चरण में 15 जनवरी से 22 जनवरी तक के लिए 10 संगठन जिलों की बैठक की तिथि तय की गई। बैठक में हम(से) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, लोजपा (आर) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, रालोमो की ओर से सुभाष चंद्रवंशी शामिल हुए। जदयू विधान पार्षद सह कोषाध्यक्ष ललन कुमार सर्राफ, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह आदि भी मौजूद रहे।