बिहार में फिर पुल हादसा, अगुवानी ब्रिज के पिलर का हिस्सा गंगा नदी में बहा; देखें वीडियो
बिहार में लगातार हो रहे पुल हादसों के बीच भागलपुर के चर्चित अगुवानी पुल के एक पिलर का हिस्सा गंगा नदी के तेज बहाव में बह गया। इस पुल के निर्माण के दौरान अब तक तीन हादसे हो चुके हैं। पिछले साल इस पुल का बड़ा हिस्सा टूटकर नदी में ध्वस्त हो गया था।
Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुल गिरने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच भागलपुर जिले में निर्माणाधीन अगुवानी पुल का एक हिस्सा फिर से क्षतिग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि गंगा नदी में उफान के चलते पुल के एक पिलर का जमीनी भाग बह गया। यह पिलर दो साल पहले क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद पिछले महीने ही इसकी कटिंग की गई थी। हादसा पिलर संख्या 9 और 10 के बीच हुआ। घटना में किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। बता दें कि यह पुल खगड़िया के अगुवानी और भागलपुर के सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण शुरू होने से अब तक तीन बार हादसे हो चुके हैं।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, खगड़िया के वरीय परियोजना अभियंता शशि भूषण ने बताया कि स्टेगिंग (पिलर का जमीनी भाग) बह गया है। कोई पिलर नहीं टूटा है, न बहा है। इसे तो हटाने की तैयारी ही थी। स्लैब के सेगमेंट के लिए बना स्ट्रक्चर बीते वर्ष ध्वस्त हुआ था। पिछले एक माह से निर्माण कार्य बढ़ते जलस्तर के कारण बाधित था। लेकिन इस बीच लगातार गंगा नदी में जलस्तर ज्यादा बढ़ जाने के कारण स्टेगिंग बह गया है।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से बयान जारी कर गया है कि संवेदक को पुल के सभी भाग को हटाने का निर्देश दिया गया है। जिस क्षतिग्रस्त भाग के शेष हिस्से को हटाया जा रहा था, वो शनिवार को गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण तेज बहाव में बह गया। यह भाग पूर्व के क्षतिग्रस्त भाग का हिस्सा था जिसे हटाया ही जाना था। चूंकि पुल पर किसी तरह का कार्य नहीं कराया जा रहा था। इसलिए इस घटना में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर संवेदक को अपने खर्च पर अब इस जगह नए सिरे से नई डिजाइन के अनुसार पुल का निर्माण करना है। डिजाइन की मंजूरी नहीं मिली है। मंजूरी मिलने के बाद ही पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा।
बता दें कि निर्माण काल में यह तीसरी बार है, जब इस पुल के काम में बाधा आई है। पुल का कुछ हिस्सा पिछले साल भी गिर चुका है। इस पुल के निर्माण के लिए चार जुलाई की तारीख तय की गई थी। अप्रोच रोड को ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क से जोड़ा जाना है।
अगुवानी फोरलेन सेतु के अप्रोच रोड को 440 मीटर लंबा बनाया जाना है। इसमें 128.64 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। इसी तरह 1716 करोड़ में अगुवानी फोरलेन सेतु का निर्माण 2016 में शुरू किया गया था। 9 बार निर्माण पूरा करने की तारीख तय हुई, लेकिन काम पूरा नहीं हुआ। पुल को 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाना था, लेकिन अब इसका टारगेट 2026 तक कर दिया गया है।
जून 2023 में बिहार के खगड़िया के अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा पर बन रहा पुल गिर गया था। पुल के चार पिलर भी नदी में समा गए थे। पुल का करीब 192 मीटर हिस्सा नदी में गिरा था। हादसे के समय मजदूर वहां से 500 मीटर दूर काम कर रहे थे।
इतना बड़ा स्ट्रक्चर गिरने से गंगा नदी में कई फीट ऊंची लहरें उठने लगी थी। इससे नदी में नाव पर बैठे लोग सहम गए थे। इसे एसपी सिंगला कंपनी बना रही है। पुल का शिलान्यास 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। पुल का निर्माण 2015 से चल रहा है। इसकी लागत 1710.77 करोड़ रुपए है। पुल की लंबाई 3.16किलोमीटरहै।