विधायक चुराने वालों को सबक सिखाएंगे, बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी पर गरजे औवेसी
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी शनिवार और रविवार को बिहार चुनाव के मद्देनजर सीमांचल में रैलियां करेंगे। इससे पहले उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि इस बार विधायक चुराने वालों को सबक सिखाया जाएगा।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर ऑल इंडिया ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) ने भी कमर कस ली है। पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में पिछली बार से भी ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। नाम लिए बिना ओवैसी ने कहा कि हमारे विधायक चुराने वालों को सीमांचल के लोग सबक सिखाएंगे। बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने बिहार में 5 सीटें जीती थीं, जिनमें से 4 विधायक बाद में आरजेडी में शामिल हो गए थे।
तेलंगाना के हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अगले दो दिन बिहार दौरे पर रहेंगे। 3 और 4 मई को वे सीमांचल क्षेत्र में विभिन्न जनसभाओं को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि किशनगंज जिले की बहादुरगंज विधानसभा सीट पर AIMIM ने पहले से अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया है। अन्य सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।
2020 में ओवैसी के 5 विधायक बने, बाद में 4 टूट गए
ओवैसी ने कहा कि बिहार में इस बार उनकी पार्टी मजबूती से लड़ेगी। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार AIMIM ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगा। बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से सीमांचल क्षेत्र की 5 मुस्लिम बहुल सीटों पर AIMIM के उम्मीदवार जीते थे। हालांकि, 2022 में ओवैसी की पार्टी को बिहार में बड़ी टूट का सामना करना पड़ा था। AIMIM के पांच में से चार विधायक आरजेडी में चले गए थे।
तौसीफ आलम के AIMIM में आने से पार्टी में नाराजगी
पिछले दिनों कांग्रेस के विधायक रह चुके तौसीफ आलम ने AIMIM का दामन थामा था। ओवैसी ने उन्हें बहादुरगंज से उम्मीदवार बना दिया है। हालांकि, इसके चलते क्षेत्र में पार्टी को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। तौसीफ आलम के आने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं ने ओवैसी की पार्टी को अलविदा कह दिया है।
सीमांचल में कड़ी टक्कर देने को तैयार ओवैसी की पार्टी
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज ये चार जिले आते हैं। इन जिलों में मुस्लिम आबादी अधिक है। पहले इस क्षेत्र को आरजेडी का गढ़ माना जाता था। हालांकि, पिछले कुछ चुनावों में असदुद्दीन ओवैसी ने इस क्षेत्र में अपनी पैठ जमाई है। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ओवैसी ने पूरी तरह कमर कस ली है। सीमांचल की कुछ सीटों पर AIMIM और आरजेडी समेत अन्य मुख्य पार्टियों के उम्मीदवारों की बीच रोचक मुकाबले देखने को मिल सकते हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)