गैंगरेप के बाद सिर-पैर काटकर ANM को नदी किनारे दफनाया, 20 लाख फिरौती मांगी गई थी परिवार से
बांका जिले में रिटायर्ड एएनएम की अपहरण के बाद गैंगरेप और फिर निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपियों ने महिला के तीन टुकड़े कर नदी किनारे दफना दिया। जमुई से महिला का अपहरण किया था। परिवारवालों से 20 लाख की फिरौती मांगी थी।
बिहार के बांका जिले से दिल दहला देने वाला घटना सामने आई है। जहां रिटायर्ड नर्स के साथ गैंगरेप के बाद उसके शरीर के टुकड़े करके नदी किनारे गाड़ दिए। इस मामले में करीबी रिश्तेदार समेत पांच लोगो को गिरफ्तार किया गया है। खुलासा करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि भागलपुर के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र की रिटायर्ड एएनएम (नर्स) को जमुई से अपहरण कर बांका में सामूहिक बलात्कार किया गया और हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव के तीन टुकड़े कर दिए थे, दो हिस्सों को बांका के बेलहर थाना क्षेत्र के बदुआ नदी के पास एक नदी के किनारे गाड़ दिया था, जिसे अब बरामद कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि 66 वर्षीय एएनएम 27 दिसंबर को अपने घर से निकली थी। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटी, तो उसके पति पीडीएस डीलर सुधीर प्रसाद ने उसका पता लगाने की कोशिश की। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। 30 दिसंबर को सुबह करीब 10.15 बजे पीड़िता की बहू को उसकी सास का फोन आया, जिसने सुरक्षित रिहाई के लिए 20 लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। जिसके बाद में सुधीर प्रसाद ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण की FIR दर्ज कराई।
बांका पुलिस ने गुरुवार (2 जनवरी) को बेलहर थाना क्षेत्र के कुमरैल घाट से एक सिरकटा शव बरामद किया। डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और बाद में शव की पहचान अपहृत महिला के रूप में की गई। मामले को सुलझाने के लिए भागलपुर एसएसपी ने पुलिस टीम बनाई और जगह-जगह छापेमारी की। उन्होंने सबसे पहले बेलहर थाने के बिशुनपुर गांव निवासी पीड़ित के रिश्तेदार राजीव रंजन दास और दिलीप गिरी सहित दो लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने रिटायर एएनएम के अपहरण और उसके बाद हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की, और अन्य सहयोगियों के नाम का खुलासा किया।
पुलिस ने बाद में उन्हें बांका के दो अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया, जिनकी पहचान श्रवण कुमार मंडल (बालू माफिया), अजय मांझी (मंडल के ट्रैक्टर चालक) और संतोष कुमार यादव के रूप में की गई। घटना के बाद राजीव रंजन ने आरोप लगाया कि महिला ने नौकरी के नाम पर 18.86 लाख रुपये लिए थे। शुरूआती जांच में पता चला कि राजीव रंजन भी जॉब रैकेट गिरोह का सदस्य है।
जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि राजीव ने महिला को जौमी के कटौना स्थित एक पेट्रोल पंप पर बुलाया, अपहरण कर बिशुनपुर गांव ले गया। जहां उसे श्रवण मंडल के घर में रखा और दोपहर का भोजन साथ में किया। घर छोड़ने के बहाने, वो उसे नदी के किनारे ले आए और फिर गैंगरेप किया। इसके बाद उन्होंने उसका सिर काट दिया और शव को तीन टुकड़ों में काटकर आधा दफना दिया। अजय मांझी के खुलासे पर पीड़िता का सिर बरामद किया गया। आईजी ने कहा कि उन्होंने भागलपुर एसएसपी को उचित वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने के बाद आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने का आदेश दिया। पीड़िता जमुई जिले के सोनो प्रखंड अंतर्गत आने वाले पायरा-मटिहानी से सेवानिवृत्त हुई थी।