नेपाल से 34 हाथियों का झुंड पहुंचा वाल्मीकि टाइगर रिजर्व, हाईअलर्ट पर वन विभाग; गांवों में दहशत
हाथियों के आगमन को लेकर वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को हाईअलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दिया है। तथा जंगल से सटे वनवर्ती गांवों को लोगों को सरेहों और जंगलों की ओर नहीं जाने के लिए अपील कर रही है।
बिहार का इकलौता वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के जंगल में नेपाली मेहमान गैंडा और हाथियों को आकर्षित करने लगा है। कभी नेपाल के चितवन जंगल से भटककर गैंडा तो कभी नेपाली हाथियों का झुंड वीटीआर के वाल्मीकिनगर व गोनौली वनक्षेत्र के जंगलों से सटे जंगल व सरेहों मे चहलकदमी करते रहते हैं। इसी क्रम में शुक्रवार की अहले सुबह वीटीआर के वाल्मीकि नगर वनक्षेत्र के बरवामाथी जंगल के कक्ष संख्या टी 34 में नेपाली जंगली हाथियों का झुंड तांडव मचाते हुए गोनौली वन क्षेत्र के जंगल के कक्ष संख्या टी 41 में जा पहुँचे।
हाथियों के आगमन को लेकर वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को हाईअलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दिया है। तथा जंगल से सटे वनवर्ती गांवों को लोगों को सरेहों और जंगलों की ओर नहीं जाने के लिए अपील कर रही है।इस संबंध मे वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर शिव कुमार राम व गोनौली वनक्षेत्र के रेंजर राज कुमार पासवान ने बताया कि नेपाल से वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र होते हुए गोनौली वनक्षेत्र मे हाथियों की चहलकदमी की सुचना मिली है। इस सुचना को गंभीरता से लेते हुए गोनौली वनक्षेत्र के वनपाल के नेतृत्व मे वनकर्मियों को हाईअलर्ट कर चौकसी के लिए तैनात कर दिया गया है।
वन विभाग की ओर से जंगल के आस पास के गांवों के लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अपील किया जा रहा है। रेंजर ने बताया कि नेपाल के चितवन और वीटीआर के वाल्मीकिनगर औ गोनौली का वनक्षेत्र एक दुसरे से खुला क्षेत्र है जिससे नेपाल से जंगली जानवरों बाघ,गैंडा, हाथियों जैसे अन्य जानवरों का आना जाना लगा रहा है। इन जानवरों की निगरानी के लिए वनकर्मियों को तैनात कर दिया गया है लेकिन, आम जनों को भी अपनी और अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए।