पासपोर्ट के लिए फर्जी सर्टिफिकेट पर 20 हजार अप्लाई, खुलासा कैसे हुआ? इन दस्तावेजों की जरूरत
बिहार में जिला स्तर पर ही पासपोर्ट बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा होते हैं। पूरे बिहार से आवेदन का वेरिफिकेशन पटना कार्यालय में किया जाता है। ऐसे में जिन आवेदन पर शक होता है, उसका दुबारा वेरिफाई की जाती है। सत्यापन होने के बाद फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त होने पर आवेदन को रद्द किया गया है।
बिहार में साल में कम से कम 20 हजार होल फर्जी प्रमाणपत्र बनवा कर पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन करते हैं। यह कोशिश लगातार की जाती है। लेकिन पासपोर्ट कार्यालय द्वारा ऐसे प्रमाणपत्र की जांच कर उस आवेदन को रद्द किया जाता है। वर्ष 2023 में ऐसे 20 हजार आवेदन को रद्द किया गया है। इसमें मदरसा बोर्ड, संस्कृत शिक्षा बोर्ड, ओपेन स्कूलिंग और अन्य राज्य बोर्ड से दसवीं और 12वीं का फर्जी प्रमाणपत्र बनवा कर पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते हैं।
बता दें कि राज्य भर में सभी 38 जिलों में पासपोर्ट बनाने की सुविधा शुरू हो गयी है। ऐसे में जिला स्तर पर ही पासपोर्ट बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा होते हैं। पूरे बिहार से आवेदन का वेरिफिकेशन पटना कार्यालय में किया जाता है। ऐसे में जिन आवेदन पर शक होता है, उसका दुबारा वेरिफाई की जाती है। सत्यापन होने के बाद फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त होने पर आवेदन को रद्द किया गया है। ऐसे आवेदन राज्य के तमाम जिलों से प्राप्त होता है।
अन्य राज्य सरकार से ली जाती है मदद
जो व्यक्ति किसी दूसरे राज्य के निवासी है और वो बिहार से पासपोर्ट बनवाने को आवेदन करते हैं तो ऐसे व्यक्ति के पासपोर्ट बनाने से पहले संबंधित राज्य के सरकार से मदद ली जाती है। ऐसे व्यक्ति से तमाम वो कागजात मांगे जाते हैं जिससे उनके प्रमाणपत्र का वेरिफिकेशन किया जाता है। इसमें भी आएं दिन फर्जी पकड़ में आते हैं।
कहते हैं अधिकारी
पासपोर्ट बनवाने के लिए हर साल हजारों आवेदन आते हैं। लेकिन उसकी पूरी जांच होती है। हर महीने कम से कम 12 से 15 आवेदन ऐसे होते है जिसके प्रमाणपत्र फर्जी होते है। ऐसे व्यक्ति से अन्य और कई कागजात मांग कर उसे वेरिफाई की जाती है। फर्जी पकड़े जाने के बाद आवेदन को रद्द कर दिया जाता है। -स्वधा रिजवी, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, बिहार
ये गलतियां
● प्रमाणपत्र पर फोटो गलत
● दसवीं पास किये बिना ही बनवा लिया प्रमाणपत्र
● प्रमाणपत्र पर बोर्ड का हस्ताक्षर और मोहर गलत
● रौल नंबर और रोल कोड गलत
● बोर्ड का गलत लोगो इस्तेमाल कर फर्जी प्रमाणपत्र
पासपोर्ट बनाने के लिए चाहिए ये कागजात
आधारकार्ड, पैन नंबर, मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र, राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाणपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक
चार लाख आवेदन में तीन लाख 80 हजार का बना पासपोर्ट
वर्ष 2023 की बात करें तो पूरे साल भर चार लाख लोगों से पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन जमा किये। इन सभी के आवेदन का वेरिफिकेशन किया गया। इसमें केवल तीन लाख 80 हजार लोगों को पासपोर्ट बन सका। बांकी आवेदन को जांच के बाद रद्द कर दिया गया। इन आवेदनों में कोई न कोई प्रमाणपत्र ही गलत था। दसवीं पास किये बिना ही प्रमाणपत्र बनवा लिया था।