कब मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी, जानें महत्व और पूजा की सम्पूर्ण विधि
मोक्षदा एकादशी भगवान विष्णु की पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। मोक्षदा एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी व्रत मनाया जाएगा। इस साल मोक्षदा एकादशी 3 दिसंबर, शनिवार के दिन है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी को बेहद शुभ माना जाता है इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस साल मोक्षदा एकादशी 3 दिसंबर को मनाई जाएगी। मोक्षदा एकादशी के दिन श्रद्धा पूर्वक उपवास कर दान- धर्म करने से पितरों को यमलोक मुक्ति मिलती है।
- मोक्षदा एकादशी के दिन नहीं सोना चाहिए। एकादशी के दिन रात्रि जागरण करना करें।
- दशमी के दिन प्याज व लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। एकदशी व्रत का पूरे विधि- विधान से पालन करें।
- पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए मोक्षदा एकादशी का दिन कथा जरूर सुनें।
- मोक्षदा एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- एकदशी के दिन किसी से लड़ाई- झगड़ा नहीं करना चाहिए। सभी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार करें।
इस साल मोक्षदा एकादशी शनिवार 3 दिसंबर सुबह 05:39 मिनट से प्रारंभ होगी। जो रविवार 4 दिसंबर सुबह 05: 34 मिनट पर समाप्त होगी। व्रत का पारण रविवार 4 दिसंबर को होगा।
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