मार्गशीर्ष मास में भगवान विष्णु के विभिन्न स्वरुपों की पूजा का महत्व है। विद्वान ज्योतिषाचार्य पं. कुंडल तिवारी के अनुसार, इस मास में स्नान, ध्यान और पूजा से लाभ मिलता है। उत्पन्ना एकादशी, मोक्षदायनी...
Mokshada Ekadashi Vrat Niyam: एकादशी व्रत के दिन कुछ व्रत नियमों का पालन किया जाता है। जानें दिसंबर में मोक्षदा एकादशी कब है और व्रत नियम व लाभ-
तीर्थ नगरी सोरों में मार्गशीर्ष मेला का आयोजन 11 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी के स्नान पर्व के साथ होगा। नगर विकास विभाग ने मेले के लिए 20 लाख रुपये आवंटित किए हैं। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर खराब सोलर...
Aaj Ka Panchang 23 December : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
gita jayanti mokshada ekadashi date time importance : मोक्षदा एकादशी को ही कुरुक्षेत्र की रणभूमि में भागवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इसी दिन गीता जयंती मनाई जाती है।
Aaj Ka Panchang 22 December : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
Ekadashi : मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Mokshda Ekadashi भागवत गीता का पाठ पितृदोष से मुक्ति दिलाता है। इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। यह
Mokshada Ekadashi: मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। एकादशी व्रत पारण के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है।
Read Mokshda Ekadashi vrat katha:इस साल 22 और 23 दिसंबर दोनों दिन एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। अगर आप भी एकादशी का व्रत रखते हैं, आपको एकादशी व्रत के नियमों को भी अच्छे से मानना चाहिए। दरअसल एकादशी व
Mokshada Ekadashi Upay : साल की आखिरी एकादशी 22 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना का बड़ा महत्व है। मान्यता है कि इस किए गए उपायों से धन की तंगी दूर होती है।
Mokshda Ekadashi 2023 Date: सभी एकादशी व्रत में भी मोक्षदा एकादशी का खास महत्व है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार एकादशी तिथ
Ekadashi : एकादशी व्रत करने वाले का जीवन खुशियों से भर जाता है मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
Mokshada Ekadashi Date And Time : पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन विष्णुजी की पूजा करने से जातक के सभी पाप नष्ट होते हैं।
Mokshada Ekadashi December 2022: आज मोक्षदा एकादशी है। मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष एकादशी को मोक्षदा एकादशी व्रत किया जाता है। इस व्रत को करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पितरों को भी मोक्ष मिलता है।
Mokshada Ekadashi 2022 Kab Hai: मोक्षदा एकादशी को मोक्ष प्रदान करने वाली कहा गया है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यताएं हैं।
Mokshada Ekadashi 2022 Shubh Muhurat and Vrat Paran Time: जो भक्तगण मोक्षदा एकादशी व्रत रखने जा रहे हैं, वे यहां जान लें व्रत पारण का समय व अन्य खास बातें-
तीन दिसंबर 2022 दिन शनिवार को गीता जयंती मनाई जाएगी। गीता जयंती मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि को मनाई जाती है। आज से लगभग पांच हजार वर्ष पहले कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में कौरवों और पांडवों की दोनो
Mokshada Ekadashi 2022 Importance: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत बेहद शुभ फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
मोक्षदा एकादशी भगवान विष्णु की पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। मोक्षदा एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।
Mokshada Ekadashi 2022 : मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। मोक्ष मिलने के कारण इसे बैकुंठ एकादशी भी कहा जाता है। इस एकादशी पर व्रत रखने से मोक्ष मिलता
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Mokshada Ekadashi 2021 Katha Kahani : आज वैकुंठ एकादशी है। मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को वैकुंठ एकादशी कहते हैं। इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से भी जानते हैं। धार्मिक मान्यताओं के...
मोक्षदा का अर्थ है मोक्ष दायक। एकादशी अर्थात एक ही दशा और स्थिति में रहना। व्रत यानी किसी भी शुभ कार्य व धार्मिक अनुष्ठान का विधिपूर्वक पालन करने का दृढ़ संकल्प करना। इन्ही संकल्प और भावनाओं के साथ...
Mokshada Ekadashi 2021 : मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष एकादशी को विशेष व्रत रखा जाता है, जिसे मोक्षदा एकादशी व्रत कहते हैं। आज 14 दिसंबर मंगलवार को मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। मान्यता है कि...
Mokshada Ekadashi 2021 : मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मोक्ष की...
Mokshada Ekadashi 2021 : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में 2 बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। मार्गशीर्ष...
Ekadashi In December : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। हर माह में...
मार्गशीर्ष मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। श्रीमद्भागवत गीता की उत्पत्ति इसी दिन हुई। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध में अर्जुन को श्रीमद्भागवत गीता का उपदेश दिया।...
मार्गशीर्ष मास में शुक्लपक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। ऐसा कहाजाता है कि इस दिन ही कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भागवत गीता का उपदेश दिया था। इसलिए...