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kalash sthapana : आज कलश स्थापना के लिए सिर्फ 48 मिनट का समय , अगर आप भी करते हैं घटस्थापना तो जान लें सभी नियम

kalash sthapana 2023 : नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घटस्थापना के साथ ही मां आदिशक्ति को समर्पित यह पावन त्योहार शुरू हो जाता है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व होता है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 15 Oct 2023 09:17 AM
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रविवार यानी आज से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे है। ज्योतिषाचार्य पंडित शुभम शास्त्री बताते हैं कि नवरात्र पूरे नौ दिनों की होगी। मां हाथी पर सवार होकर आ रही हैं और हाथी पर ही सवार हो विदा होंगी। हाथी पर आगमन समृद्धि व खुशहाली का प्रतीक है। बताया कि देवी भागवत के अनुसार जब मां का आगमन व विदाई हाथी पर होती है तो खुशहाली का वातावरण निर्मित होता है और पर्याप्त वर्षा से जनता प्रसन्न होती है।

ऐसे करें कलश स्थापना

आचार्य लालू जी शास्त्री ने बताया कि कलश की स्थापना मंदिर के उत्तर-पूर्व दिशा में करनी चाहिए और मां की चौकी लगा कर कलश को स्थापित करना चाहिए। सबसे पहले उस जगह को गंगाजल छिड़क कर पवित्र कर लें। फिर लकड़ी की चौकी पर लाल रंग से स्वस्तिक बनाकर कलश को स्थापित करें। कलश में आम का पत्ता रखें और इसे जल या गंगाजल भर दें। साथ में एक सुपारी, कुछ सिक्के, दूर्वा, हल्दी की एक गांठ कलश में डालें। कलश के मुख पर एक नारियल लाल वस्त्र से लपेट कर रखें। चावल यानी अक्षत से अष्टदल बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा रखें। इन्हें लाल या गुलाबी चुनरी ओढ़ा दें। कलश स्थापना के साथ अखंड दीपक की स्थापना भी की जाती है। कलश स्थापना के बाद मां शैलपुत्री की पूजा करें।

विशेष मंत्र : ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै।’ मंगल कामना के साथ इस मंत्र का जप करें।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को यानी पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 तक है।

घटस्थापना तिथि - रविवार 15 अक्टूबर 2023, घटस्थापना मुहूर्त-प्रातः 06:30 मिनट से प्रातः 08: 47 मिनट तक, अभिजित मुहूर्त-सुबह 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 मिनट तक।

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