Nag Panchami Muhurat : दोपहर 1 बजे तक कर लें नाग पंचमी पर पूजा, सुख-समृद्धि में होगी वृद्धि
- नाग पंचमी के त्योहार को लेकर तमाम शिवालय सज कर तैयार हैं। नाग पंचमी पर महादेव के साथ-साथ वासुकी नाग की पूजा होती है। श्रावण मास के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक नाग पंचमी शुक्रवार को मनाई जाएगी।
श्रावण मास के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक नाग पंचमी शुक्रवार को मनाई जाएगी। नाग पंचमी के त्योहार को लेकर तमाम शिवालय सज कर तैयार हैं। नाग पंचमी पर महादेव के साथ-साथ वासुकी नाग की पूजा होती है। इस दिन भगवान शिव मां पार्वती के साथ कैलाश पर्वत पर रहेंगे। इस समय में शिव परिवार संग नाग देवता की पूजा करने से भी शिवभक्तों को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। नाग देवता को दूध और धान का लावा अर्पित किया जाएगा। नाग पंचमी में विशेषकर कालसर्प दोष दूर करने के लिए लोग सावन में नाग देवता की पूजा करते हैं।
दोपहर एक बजे तक कर लेनी होगी पूजा
खड़ेश्वर मंदिर के पुजारी राकेश पांडे बताते हैं कि नागपंचमी सावन मास शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह पंचमी 9 अगस्त 2024 को सुबह 12:37 मिनट पर प्रवेश हो रहा है। अगले दिन यानी 10 अगस्त को सुबह 3:14 बजे पर समापन होगा। शुक्रवार को पूजा का विशेष मुहूर्त दोपहर 12:13 बजे पर आरंभ होगा, जो दोपहर एक बजे समाप्त होगा। इस दिन प्रदोष काल में नाग देवता की पूजा का बड़ा महत्व है।
साध्य और सिद्ध योग
पंडित राकेश पांडेय बताते हैं कि पंचांग के अनुसार नाग पंचमी के दिन साध्य और सिद्ध योग बन रहा है। यह काफी शुभ माना जाता है। इस योग के बनने से शुभ काम को करने से उत्तम फल प्राप्त होता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि, धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार का दिन हस्त नक्षत्र के स्वामी सूर्य, सिद्ध योग के स्वामी कार्तिकेय हैं। इस दृष्टि से जिनके विवाह में बंधन का योग है, वह भी इस दिन नाग देवता की पूजा कर सकते हैं। नाग देवता की पूजन से परिवार में कुल वृद्धि होती है। बाधाओं का निराकरण होता है। इस दिन नाग देवता के मंदिरों में यथा विधि पूजन अर्चन करना चाहिए।
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