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Amavasya: कब है फाल्गुन अमावस्या? जानें डेट, मुहूर्त व पूजा की विधि

  • Kab hai Phalguna Amavasya 2025: इस महीने फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पड़ रही है। मान्यता है की अमावस्या तिथि के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से जातक को प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 5 Feb 2025 08:33 PM
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Amavasya: कब है फाल्गुन अमावस्या? जानें डेट, मुहूर्त व पूजा की विधि

Kab hai Phalguna Amavasya 2025, कब है फाल्गुन अमावस्या: धार्मिक दृष्टि से अमावस्या तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। हर महीने की अमावस्या तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस महीने फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि फरवरी 27 को सुबह 08:54 बजे प्रारम्भ होगी, जिसका समापन फरवरी 28 को सुबह 06:14 बजे तक होगा। मान्यता है की अमावस्या तिथि के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से जातक को प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं फरवरी की कृष्ण पक्ष की अमावस्या का पूजा मुहूर्त, तिथि, पूजा की विधि व पूजा सामग्री की लिस्ट-

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डेट: दृक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या का व्रत फरवरी 27, 2025 के दिन रखा जाएगा।

मुहूर्त: फाल्गुन अमावस्या के दिन अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:11 से 12:57 पी एम तक, गोधूलि मुहूर्त 06:17 पी एम से 06:42 पी एम, विजय मुहूर्त 02:29 पी एम से 03:15 पी एम तक रहेगा।

पूजन सामग्री- अक्षत, धूप, दीपक, रुई की बत्ती, कलावा, फूल, माला, घी, फल, गंगाजल, चंदन, तिल, भोग, आरती किताब, पंचामृत, तुलसी दल, चालीसा किताब आदि।

पूजा की विधि

1- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें

2- गणेश जी का ध्यान करें

3- विष्णु जी का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें

4- अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें

5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें

6- श्री विष्णु चालीसा का पाठ करें

7- पूरी श्रद्धा के साथ विष्णु जी की आरती करें

8- तुलसी दल सहित भोग लगाएं

9- अंत में क्षमा प्रार्थना करें

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इस दिन दान और स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। फाल्गुन मास की अमावस्या पर गाय, कौवे और कुत्ते को भोजन कराने से जीवन के कष्ट दूर हो सकते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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