उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी सियासी लकीर खींचकर मोदी-शाह का जीता भरोसा, अगले दो साल का प्लान भी बताया
- यूसीसी, नकल विरोधी कानून समेत कुछ ऐसे फैसले हैं, जो देश के दूसरे राज्यों के लिए भी नजीर बने हैं। इस तीन साल की अवधि में धामी सरकार ने कई चुनौतियों से जूझते हुए भी राज्य को एक अलग ही पहचान दी है।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने तीन साल में कार्यकाल में छह बड़े फैसले लेकर न केवल एक बड़ी सियासी लकीर खींच दी, बल्कि हर मौके पर हाईकमान के विश्वास पर खरे उतरने में कामयाब रहे। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में अगले दो वर्षों में राज्य में नए रोजगार के अवसर सृजित करने, पर्यटन को और अधिक समृद्ध बनाने
यूसीसी, नकल विरोधी कानून समेत कुछ ऐसे फैसले हैं, जो देश के दूसरे राज्यों के लिए भी नजीर बने हैं। इस तीन साल की अवधि में धामी सरकार ने कई चुनौतियों से जूझते हुए भी राज्य को एक अलग ही पहचान दी है।
तीन साल में जहां उत्तराखंड सख्त नीतिगत फैसलों की वजह से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फलक पर छाया रहा है। वहीं प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एक रोल मॉडल की तरह भी स्थापित हो रहा है। वर्ष 2023 का सिलक्यारा टनल हादसा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध का विषय बन चुका है।
नकल विरेाधी कानून, दंगारोधी कानूनी, जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून समेत कई नीतिगत फैसले हैं, जिसने धामी को एक सख्त प्रशासक की छवि प्रदान की है। वहीं राज्य आंदोलन कारियों, महिलाओं को सरकारी सेवाओं में आरक्षण, कृषि, उद्यान, उद्योग सेक्टर में लांच की गई कई योजनाओं के जरिए रोजगार के नए अवसरों का रास्ता भी खुला है।
धामी सरकार के तीन साल की अवधि में अब तक 20 हजार से ज्यादा लोगों को सरकारी विभागों में नौकरियां मिल चुकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव भी इसे साबित करता है।
हालिया कुछ वर्षों में राज्य में हुए हर बड़े आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री,गृहमंती ने न केवल उत्तराखंड आकर शिरकत की। बल्कि धामी की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड केवल भौगोलिक सीमाओं से नहीं बंधा, बल्कि यह एक सांस्कृतिक, सामाजिक और भावनात्मक एकता का प्रतीक है।
प्रदेश अब आत्मनिर्भरता, समृद्धि और सतत विकास की ओर अग्रसर है। प्रदेश सरकार इसी विजन के साथ उत्तराखंड को देश का सबसे सशक्त और खुशहाल राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
अगले दो साल रोजगार और पर्यटन पर फोकस
धामी सरकार ने अगले चरण की प्राथमिकताएं भी तय कर दी है। बकौल मुख्यमंत्री, सरकार प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए इसी रफ्तार के साथ आगे भी निरंतर काम करती रहेगी अगले दो वर्षों में राज्य में नए रोजगार के अवसर सृजित करने, पर्यटन को और अधिक समृद्ध बनाने, महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू करने और आधारभूत संरचना को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
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