38वें नेशनल गेम्स में फिर शामिल हुआ यह इवेंट, 10 हजार पुलिस फोर्स की भी सुरक्षा
- 15 जनवरी को एएफआई ने वॉक रेस को राष्ट्रीय खेल से हटाने का पत्र गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी को भेजा था। जिस पर आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने बीती 15 जनवरी के अंक में उत्तराखंड को झटका, राष्ट्रीय खेल से वॉक रेस बाहर शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
38वें राष्ट्रीय खेलों में एथलेटिक्स के वॉक रेस इवेंट को फिर से शामिल कर लिया गया है। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑ़फ इंडिया ने इस सम्बन्ध में 38वें राष्ट्रीय खेल के आयोजन सचिव को पत्र भेजा है। इसमें पुरुषों की 20 किमी वॉक रेस और महिलाओं की 10 किमी वॉक रेस इवेंट शामिल किए गए हैं।
उत्तराखंड में 28 जनवरी से शुरू हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों से पहले उत्तराखंड के लिए यह अच्छी खबर आई है। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑ़फ इंडिया ने एथलेटिक्स (एएफआई) में फिर से वॉक रेस को शामिल करने का फैसला लिया है।
15 जनवरी को एएफआई ने वॉक रेस को राष्ट्रीय खेल से हटाने का पत्र गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी को भेजा था। जिस पर आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने बीती 15 जनवरी के अंक में उत्तराखंड को झटका, राष्ट्रीय खेल से वॉक रेस बाहर शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
इसका संज्ञान लेते हुए उत्तरांचल ओलम्पिक संघ के महासचिव और आयोजन सचिव डीके सिंह ने एएफआई से वॉक रेस को शामिल किए जाने का अनुरोध किया था। जिसके बाद एएफआई ने बैठक बुलाई।
इसमें पुरुषों के लिए 20 किमी रेस वॉक इवेंट और महिलाओं के लिए 10 किमी रेस वॉक इवेंट आयोजित करने का फैसला किया। साथ ही एएफआई ने वॉक रेस के लिए तय मार्ग को प्रमाणित रूट मापक से मापने के साथ ही तीन अलग-अलग देशों से तीन वॉक रेस जजों को आमंत्रित करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेल हर सेक्टर में राज्य को आगे बढ़ाने वाला साबित होगा। हमारा प्रयास है कि देशभर से आने वाले खिलाड़ी राज्य में आकर अच्छा अनुभव करें। प्रदेश के हर नागरिक से राष्ट्रीय खेलों में अपना योगदान सुनिश्चित करने का भी अनुरोध है।
राष्ट्रीय खेलों से खिला होटल इंडस्ट्री का चेहरा
देहरादून। उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से खेलों के विकास के साथ ही होटल इंडस्ट्री को भी लाभ मिलेगा। देहरादून-हरिद्वार से लेकर पहाड़ के शहरों में भी खेलों के लिए होटलों की बुकिंग की गई है। राज्य के कुल 12 शहरों में खिलाड़ियों और अन्य लोगों को रुकवाने की व्यवस्था की गई है।
राष्ट्रीय खेलों की सुरक्षा देखेंगे 10 हजार पुलिसकर्मी
38वें राष्ट्रीय खेलों में 10 हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। खिलाड़ियों को होटल से आयोजन स्थल पहुंचने, अभ्यास सत्र, खेल के दौरान पूरी सुरक्षा दी जाएगी। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने शनिवार को तैयारियों को लेकर जिला प्रभारियों, इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठक की।
डीजीपी ने बताया कि उत्तराखंड में 09 जिलों में 19 आयोजन स्थलों पर राष्ट्रीय खेलों के मुकाबले होने हैं। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा, यातायात, पार्किंग आदि व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में खेलों को लेकर जमीनी स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रतिदिन कार्यों की निगरानी की जा रही है।
उन्होंने अधिकारियों को आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ने के आदेश दिए। कहा कि ऊर्जा निगम, पेयजल, पीडब्ल्यूडी, फायर, एसडीआरएफ और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करें।मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन/ अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी नीरू गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक दूर संचार/अभिसूचना कृष्ण कुमार वीके, पुलिस महानिरीक्षक फायर मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा केएस नगन्याल आदि मौजूद रहे।
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