केदारनाथ उपचुनाव में पिछले 4 चुनावों से इस बार सबसे कम वोटिंग, BJP या कांग्रेस किसको होगा फायदा
- केदारनाथ उपचुनाव में इसबार वोटिंग प्रतिशत कम रहा। इससे पहले वर्ष 2017 के चुनाव में 64.94 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के मनोज रावत को पहली बार पुरूष प्रत्याशी के रूप में जीत मिली थी।
केदारनाथ विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में बीते चार सामान्य चुनाव से मत प्रतिशत कम रहा। उप चुनाव में कुल 57.64 प्रतिशत मत पड़े। जबकि इससे पहले केदारनाथ सीट पर सामान्य विस चुनाव में वर्ष 2002 में मत प्रतिशत 54.09 रहा था।
वहीं, हर बार की तरह इस बार भी महिलाओं ने चुनाव में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। केदारनाथ में बीते चुनावों की बात करें तो वर्ष 2022 के चुनाव में कुल 65.03 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चुनाव में भाजपा की शैला रानी रावत ने जीत दर्ज की।
इससे पहले वर्ष 2017 के चुनाव में 64.94 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के मनोज रावत को पहली बार पुरूष प्रत्याशी के रूप में जीत मिली थी। जबकि इससे पहले वर्ष 2012 के चुनाव में 63.04 प्रतिशत मतदान हुआ।
इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शैला रानी रावत कांग्रेस के टिकट पर जीतीं थीं। वहीं इससे पहले वर्ष 2007 के चुनाव में 63.04 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चुनाव में भाजपा के टिकट पर आशा नौटियाल ने जीत दर्ज की थी। वहीं वर्ष 2002 के चुनाव में सबसे कम मतदान हुआ। तब 54.09 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस चुनाव में भाजपा के टिकट पर आशा नौटियाल को विजयी हासिल हुई थी।
छह प्रत्याशी हैं मैदान में
उप चुनाव में कुल छह प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें भाजपा की आशा नौटियाल, कांग्रेस के मनोज रावत, उक्रांद के आशुतोष भंडारी, पीपीआई(डेमोक्रेटिक) के प्रदीप रोशन रूडिया और निर्दलीय त्रिभुवन चौहान व कैप्टेन आरपी सिंह शामिल हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 13 प्रत्याशी मैदान में थे।
चार बार महिला प्रत्याशी को मिली जीत
उत्तराखंड बनने के बाद हुए पांच विधानसभा चुनावों में चार बार महिलाओं को जीत मिली है। यही नहीं, लोकतंत्र के महोत्सव में क्षेत्र की महिलाएं अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन करती आ रही हैं। उनका मत प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले अधिक रहा है। पिछले चुनाव इसका उदाहरण हैं।
कब कितना रहा मतदान
-4.30 फीसदी मतदान हुआ सुबह आठ बजे से पहले एक घंटें के भीतर
- 17.69 फीसदी मतदान हुआ पूर्वाह्न 11 बजे
- 34.40 फीसदी मतदान रहा दोपहर एक बजे
- 47.00 प्रतिशत मतदान हुआ अपराह्न तीन बजे तक
- 56.58 फीसदी मतदान हुआ शाम पांच तक
-57.64 फीसदी मतदान हुआ शाम छह बजे
-2017 और 2022 के चुनाव में भी महिलाएं थीं आगे
वर्ष 2017 के चुनाव में 23 हजार 578 पुरूषों, जबकि 30 हजार 191 महिलाओं ने मतदान किया था। वहीं वर्ष 2022 के चुनाव में 26 हजार 602 पुरूषों, जबकि 31 हजार 815 महिलाओं ने मतदान में प्रतिभाग किया था। इन दोनों चुनावों में एक बार पुरूष तो एक बार महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी।
चुनाव मत प्रतिशत
वर्ष 2002 54.09
वर्ष 2007 63.65
वर्ष 2012 64.04
वर्ष 2017 64.94
वर्ष 2022 65.03
नेता दिनभर मतदान का अपडेट लेते रहे
गोपेश्वर। बुधवार को हुए केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के मतदान को लेकर बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र समेत चमोली की जनता और राजनीति दलों के नेता, और राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले लोग मतदान का अपडेट लेते दिखे।
बताते चलें 1971 के विधानसभा सीटों का परिसीमन होने पर बदरीनाथ और केदारनाथ विधानसभा विधानसभा सीट अलग-अलग बनी। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2001 के विधानसभा सीटों का परिसीमन के बाद रुद्र प्रयाग जिले में केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र बना। भाजपा और कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता फोन के जरिये मतदान के रुख पर अपने-अपने नेताओं और कार्यकर्ता से जानकारी जुटाने में खासे उत्साहित नजर आए।
अधिक है महिला मतदाताओं की संख्या
विधानसभा की केदारनाथ सीट रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि, जखोली और ऊखीमठ विकासखंडों को स्वयं में समेटे है। विधान सभा की सीमाएं बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, रुदप्रयाग, घनसाली व गंगोत्री विधानसभा क्षेत्रों से लगी हैं। केदारनाथ उन विधानसभा क्षेत्रों में शामिल है, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या लगभग एक हजार अधिक है।
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