धार्मिक स्थलों के दर्शन करायगा उत्तराखंड रोडवेज, अयोध्या समेत इन तीर्थ स्थलों का दर्शन
इससे निगम की कमाई तो होगी ही, यात्री भी महंगे टूर पैकेजों से निजात पाएंगे। कुमाऊं से हर साल हजारों लोग तीर्थयात्रा पर निकलते हैं। लेकिन सीधी बस या ट्रेन की सुविधा न होने से यात्री परेशान होते हैं।
उत्तराखंड के लोगों को अब रोडवेज उत्तर भारत के सभी तीर्थों तक पहुंचाएगी। कुमाऊं में इसकी शुरुआत अयोध्या से हो चुकी है। अब परिवहन निगम उत्तर भारत के सभी राज्यों की तीर्थयात्राओं पर जाने वाले लोगों का आंकड़ा जुटा रहा है। निगम का इरादा है, इसके बाद यात्रियों की संख्या के अनुरूप धार्मिक स्थलों के लिए बसें तय की जाएं।
इससे निगम की कमाई तो होगी ही, यात्री भी महंगे टूर पैकेजों से निजात पाएंगे। कुमाऊं से हर साल हजारों लोग तीर्थयात्रा पर निकलते हैं। लेकिन सीधी बस या ट्रेन की सुविधा न होने से उन्हें टूर ऑपरेटरों के भरोसे रहना पड़ता है। भगवान राम, कृष्ण की जन्मभूमि के अलावा गौतम बुद्ध से जुड़े स्थानों पर लोगों की गहरी आस्था है।
इसके अलावा मध्य प्रदेश, हिमाचल भी बड़ी संख्या में लोग जाते हैं। परिवहन निगम अब ऐसे धार्मिक स्थलों का एक सर्किट बनाने जा रहा है, जहां उसकी बसें आसानी से पहुंच सकें। शुरुआत में यूपी के सभी धार्मिक स्थलों को जोड़ने की योजना है। क्योंकि यहां पहले से ही रोडवेज की कई बसें चल रही हैं।
इसके बाद हिमाचल, मध्य प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ को जोड़ा जाएगा। खाटू श्याम के लिए रवाना हुई बस पांच फरवरी सोमवार से काठगोदाम डिपो ने राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के लिए बस सेवा शुरू की है।
अयोध्या के लिए हर दिन जाती हैं दो बसें
हल्द्वानी से अयोध्या के लिए हर दिन दो बसें रवाना होती हैं। इनमें काठगोदाम और हल्द्वानी डिपो की एक-एक बस रोजाना देर शाम रवाना होती है। एक माह पहले शुरू की गई दोनों बसों से लोगों की राम मंदिर के दर्शन की आस पूरी होती है। सुबह अयोध्या पहुंचने वाली बस देर शाम यात्रियों को लेकर हल्द्वानी के लिए वापसी करती है।
उत्तर भारत से ज्यादा महंगे दक्षिण भारत के तीर्थ स्थल
कुमाऊं से हर साल धार्मिक यात्राओं पर निकलने वाले लोग महंगाई की मार से निराश हैं। यात्रा खर्च में 500 से सात हजार रुपये तक की वृद्धि होने के कारण लोगों को यात्राएं सीमित करनी पड़ रही हैं या परिवार के चुनिंदा लोग ही सफर पर निकल रहे हैं। हालांकि महंगाई का अधिक असर दक्षिण भारत के तीर्थस्थलों पर है, लेकिन उत्तर भारत भी इससे अछूता नहीं है।
कुमाऊं के यात्रियों को मथुरा, वृंदावन, प्रयागराज के तीर्थस्थलों के साथ ही बनारस में मौजूद काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम जल्द बस सेवा शुरू करने जा रहा है। अयोध्या, खाटू श्याम के लिए सेवा शुरू हो चुकी है। निगम यात्रियों की संख्या के साथ ही उत्तर भारत के विभिन्न धार्मिक स्थलों के रूटों का ब्योरा जुटा रहा है। इसके बाद हर राज्य में बसों का विस्तार किया जाएगा।
एसएस बिष्ट, सहायक महाप्रबंधक, परिवहन निगम
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