पुलिसकर्मियों की समस्या के समाधान को कंट्रोल रूम, उत्तराखंड पुलिस की यह तैयारी
उत्तराखंड पुलिसकर्मियों के लिए अब अपनी समस्याएं डीजीपी तक पहुंचाना आसान होगा। पुलिस महकमा इसके लिए हर जनपद में एक संवाद कंट्रोल रूम बनाएगा। कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों पर डीजीपी संवाद करेंगे।
उत्तराखंड पुलिसकर्मियों के लिए अब अपनी समस्याएं डीजीपी तक पहुंचाना आसान होगा। पुलिस महकमा इसके लिए हर जनपद में एक संवाद कंट्रोल रूम बनाएगा। कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों पर डीजीपी संबंधित जवान के साथ सीधे संवाद करेंगे। डीजीपी अशोक कुमार शुक्रवार को हल्द्वानी भ्रमण पर पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने बताया कि कई पुलिसकर्मी सीधे तौर पर अधिकारियों तक अपनी बात नहीं पहुंचा पाते हैं। कुछ जवान ऐसे हैं जिन्हें व्यक्तिगत बातें अधिकारियों से साझा करने में झिझक महसूस होती है। ऐसे जवान बेबाकी से अपनी बात रख सकें, इसके लिए हर जिले में एक संवाद कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया है।
बकौल कुमार-जवान इस कंट्रोल रूम के माध्यम से अपने मन की बात सीधे मुझ तक पहुंचा सकेंगे। कार्यक्षेत्र से लेकर पारिवारिक से जुड़ी समस्याओं को भी गंभीरता से सुना जाएगा। इन सभी बातों को गोपनीय रखा जाएगा। साथ ही प्रयास रहेगा कि शिकायतों के निस्तारण में हरसंभव मदद दी जाए। डीजीपी ने कहा कि यदि पुलिसकर्मी को समस्या नहीं होगी या समस्याओं का समाधान की दिशा में काम हो रहा होगा, तो वह शांत मानसिकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा सकेगा।
स्मार्ट पुलिसिंग पर रहेगा विशेष फोकस
डीजीपी ने कहा कि उनका फोकस स्मार्ट पुलिसिंग पर है। पुलिसकर्मियों के रहन-सहन से लेकर ड्यूटी को स्मार्ट बनाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों के लिए गेस्ट हाउस तैयार किए गए हैं। सभी जिलों में स्मार्ट बैरक बनाए जा रहे हैं। थानों और चौकियों को इंटरनेट के माध्यम से हाईटेक बनाया जा रहा है।
निष्क्रिय टीम लीडर हटाने की तैयारी
डीजीपी ने कहा, लोगों को सुरक्षा देने और अपराध पर नकेल के लिए साइबर सेल, मोबाइल सेल, महिला सेल आदि संचालित किए जा रहे हैं। कई जिलों से शिकायत मिली हैं कि सेल प्रभारी और टीमें निष्क्रिय हैं। ऐसे सेल प्रभारियों की सूची बन रही है। संभवत: सेल लीडर और टीम में बदलाव किया जाएगा।
सीसीटीवी कैमरों की नजर में रहेंगे शहर
डीजीपी ने बहुद्देशीय भवन में नवनिर्मित सीसीटीवी कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। करीब एक करोड़ रुपये की लागत से बने कंट्रोल रूम में शहरभर में लगे सीसीटीवी कैमरों की स्क्रीन लगाई गई है। डीजीपी ने कहा कि इस दौर में सीसीटीवी की काफी महत्ता है। सुरक्षा की दृष्टि से हर शहर को सीसीटीवी की नजर में रखना जरूरी है।
2025 तक प्रदेश को बनाएंगे नशा मुक्त
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि नशा तस्करी के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। उन्होंने नैनीताल पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि पुलिस ने नशा तस्करी पर सख्ती से अंकुश लगाया हुआ है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि वर्ष 2025 तक वह प्रदेश को नशा मुक्त बनाने में सफल होंगे।
पुलिस पूरी जिम्मेदारी के साथ लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए कार्य किए जा रहे हैं। पुलिस का उद्देश्य प्रदेश को नशामुक्त और अपराधविहीन बनाना है।
अशोक कुमार, डीजीपी, उत्तराखंड
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