लोकसभा चुनाव 2024 में बढ़ेंगे बिजली रेट या उपभोक्ताओं को राहत, नए दरों पर सामने आया बड़ा अपडेट
यदि दरों को चुनाव के बाद जारी किया जाएगा, तो उपभोक्ताओं को बाद में बिजली बिलों में बढ़ी हुई दरों का भुगतान मई के बिल में एरियर के रूप में करना पड़ेगा।विद्युत नियामक आयोग पर निर्भर है।
उत्तराखंड में इस बार बिजली दरों का ऐलान टलता नजर आ रहा है। मार्च अंतिम सप्ताह में नई बिजली दरों की होने वाली घोषणा अब चुनाव बाद जाकर होगी। नई दरों का असर राज्य के 28 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग हर साल बिजली दरों का ऐलान करता है। ये दरें एक अप्रैल से लागू होती हैं जो अगले साल के लिए 31 मार्च तक लागू रहती हैं। एक अप्रैल से लागू होने वाली दरों का ऐलान हमेशा 28 मार्च के आसपास होता है।
इस बार लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू है। उत्तराखंड में पहले चरण में 19 अप्रैल को सभी पांचों सीटों के लिए मतदान होना है। ऐसे में नई दरों का ऐलान उपभोक्ताओं को प्रभावित न करे, इसके लिए पूरी प्रक्रिया होने के बावजूद दरों को जारी नहीं किया जाएगा।
यदि दरों को चुनाव के बाद जारी किया जाएगा, तो उपभोक्ताओं को बाद में बिजली बिलों में बढ़ी हुई दरों का भुगतान मई के बिल में एरियर के रूप में करना पड़ेगा।विद्युत नियामक आयोग पर निर्भर है कि वो दरों को कब जारी करता है।
यदि दरें अपने तय समय पर जारी होती हैं, जिसकी संभावना न के बराबर है, तो एक अप्रैल से ही उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई दरों का करंट लगेगा। चुनाव बाद घोषणा होने पर एरियर का भार उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
नई बिजली दरों को लेकर जारी करने से पहले तीनों निगमों के प्रस्तावों का अध्ययन अंतिम दौर में है। इस प्रस्ताव पर आम जनता की आपत्तियों, सुझावों का भी अध्ययन किया जा रहा है। उनके तर्कों को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। सभी पहलुओं की पड़ताल करने के बाद नई दरों का ऐलान कर दिया जाएगा।
एमएल प्रसाद, सदस्य तकनीकी विद्युत नियामक आयोग
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