उत्तराखंड में रोड एक्सीडेंट में आई-मौतें भी कम, 10 फीसदी तक लोगों की बची जान
- पिछले साल पहली तिमाही में जहां विभिन्न हादसों में 328 लोग ही घायल हुए थे। इस साल यह संख्या 394 हो गई हैं। संपर्क करने पर संयुक्त परिवहन आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग के साथ ही राज्य के सभी क्षेत्रों में यातायात नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है

उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सड़क हादसों को लेकर सुकून भरी खबर आई है। इस साल राज्य में पहली तिमाही में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।
वर्ष 2024 और वर्ष 2025 में जनवरी से मार्च तक के पहले तीन महीने में आठ से दस फीसदी की कमी दर्ज की गई है। परिवहन विभाग की असली चुनौती अब तीस अप्रैल से शुरू होगी, जब चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी।
सभी जिलों से परिवहन मुख्यालय को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सड़क हादसों और हादसों में होने वाली मौंते पिछले साल के मुकाबले कम हुई हैं। हालांकि हादसों में घायल होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा पाया गया है।
पिछले साल पहली तिमाही में जहां विभिन्न हादसों में 328 लोग ही घायल हुए थे। इस साल यह संख्या 394 हो गई हैं। संपर्क करने पर संयुक्त परिवहन आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग के साथ ही राज्य के सभी क्षेत्रों में यातायात नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है।
अधिकारियों को निर्देश हैं कि कामर्शियल और निजी वाहनों की वाहनों की फिटनेस, प्रदूषण के साथ ही ओवरस्पीड, ओवरलोडिंग की सतत जांच की जाए। साथ ही विशेषकर कामर्शियल वाहनों के ड्राइवरों के लाइसेंस और दक्षता की जांच पर भी विशेष फोकस रखा जाएगा।
सचिव-परिवहन, बृजेश कुमार संत कहते हैं कि चारधाम यात्रा के दौरान सभी वाहनों की फिटनेस, ड्राइवर की दक्षता और यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। इस बाबत परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। सरकार का मुख्य फोकस यात्रियों की सुरक्षा को लेकर है। इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
प्रथम तिमाही
वर्ष 2024 2025
दुर्घटना 431 371
मृत्यु 262 232
घायल 328 394
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