18 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर प्रोफेसर से 47 लाख ठगे, साइबर ठगी का ऐसा खेल पुलिस भी हैरान
- इसके बाद अनजान कॉलर ने उन्हें मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड कराकर वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट कर ऐप के जरिए ही सीबीआई और आरबीआई के नोटिस भेजे। 16 से 22 दिसंबर तक प्रोफेसर ने बताए गए बैंक खातों में 47 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
साइबर ठगों ने कथित तौर पर सीबीआई अधिकारी बनकर कुमाऊं विश्वविद्यालय के नैनीताल स्थित डीएसबी परिसर के इतिहास विषय के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष को अठारह दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 47 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित की तहरीर पर सोमवार को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पंतनगर में केस दर्ज किया गया है।
वसुन्धरा कॉटेज, कोतवाली मल्लीताल, नैनीताल निवासी संजय घिल्डियाल पुत्र श्रीराम घिल्डियाल ने सोमवार की शाम को साइबर पुलिस को दी तहरीर में कहा कि बीती पांच दिसंबर को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई।
कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर कहा कि उनके आधार कार्ड से लिए गए सिम कार्ड से अवैध लेन-देन हुआ है। प्रोफेसर के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का मुकदमा दर्ज करने की बात कहकर डराते हुए उन्हें झांसे में ले लिया। इसके बाद उनकी जान को खतरा बताते हुए कॉलेज से सीधे घर जाने की सलाह दी।
इसके बाद अनजान कॉलर ने उन्हें मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड कराकर वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट कर ऐप के जरिए ही सीबीआई और आरबीआई के नोटिस भेजे। 16 से 22 दिसंबर तक प्रोफेसर ने बताए गए बैंक खातों में 47 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। वहीं साइबर क्राइम थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है
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