पंजाब-राजस्थान जाने वाली बसों में 50% घटे यात्री, चंडीगढ़-अमृतसर से देहरादून लौट रहे; ट्रेनों में सीट भी कैंसिल
प्रेमनगर के विनोद सिंह ने बताया कि वे चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं और इस वजह से वे जा रहे हैं। इधर, दिल्ली और यूपी की तरफ जाने वाली बसों में भी असर दिख रहा है, इन बसों में बीस फीसदी तक यात्री घट गए हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण सीमावर्ती राज्यों की तरफ जाने वाली बसों में यात्री कम हो गए हैं। चंडीगढ़ और अमृतसर की बसों में 50 प्रतिशत तक यात्री घट गए हैं। इतना नहीं नहीं, दूसरे रूट की परिवहन सेवाओं पर भी अब असर पड़ने लगा है। हालांकि, देहरादून आने वाली गाड़ियों में भीड़ देखी जा रही है।
देहरादून से चंडीगढ़ जाने वाली वॉल्वो में पहले जैसी भीड़ नहीं है। 52 सीटर बसों में सिर्फ 10-15 यात्री ही सफर कर रहे हैं। साधारण बसों में भी 50 प्रतिशत तक यात्री कम हो गए हैं। प्रेमनगर के विनोद सिंह ने बताया कि वे चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं और इस वजह से वे जा रहे हैं। इधर, दिल्ली और यूपी की तरफ जाने वाली बसों में भी असर दिख रहा है, इन बसों में बीस फीसदी तक यात्री घट गए हैं।
आईएसबीटी में टिकट बुकिंग काउंटर पर तैनात एक कर्मचारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह कुछ यात्री अपना टिकट रद्द करवाने पहुंचे। ऐसे में उत्तराखंड रोडवेज को भी नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर, रेल यात्री पंजाब जाने वाली ट्रेनों की कफर्म सीटें भी कैंसिल करा रहे हैं।
छात्रों के परिजन बसों में बुक करवा रहे सीट
सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट के कारण चंडीगढ़, पंजाब, अमृतसर और लुधियाना से लोग वापस लौट रहे हैं। इनमें अधिकांश छात्र-छात्राएं हैं, जो वहां पढ़ाई कर रहे थे। अभिभावक अपने बच्चों के लिए रोडवेज बसों में सीट आरक्षित करवा रहे हैं। रोडवेज कर्मचारी नेता अशोक चौधरी ने बताया कि चंडीगढ़ में पढ़ने वाले छात्रों के परिजन उनके लिए बसों में सीटें बुक करवा रहे हैं। सुबह से दोपहर तक उनको ऐसे चार फोन आए। हालांकि, दून से जा रहीं इन बसों में यात्रियों की संख्या बहुत कम है।
उत्तराखंड रोडवेज की आमदनी में गिरावट
आमतौर पर इस समय उत्तराखंड रोडवेज की आमदनी में बढ़ोतरी होती है, लेकिन भारत-पाक में बढ़ते तनाव के चलते यात्री कम होने से रोडवेज की आय घट गई है। ग्रामीण डिपो की आय में रोजाना करीब लगभग पांच लाख रुपये की कमी आई है। इसी तरह, देहरादून डिपो की आय भी घटकर करीब साढ़े आठ लाख रुपये हो गई है, जबकि पहले यह साढ़े दस लाख रुपये हो रही थी।
ट्रेन का टिकट निरस्त कराने पहुंच रहे यात्री
दो देशों में टकराव का असर रेलयात्रियों में भी देखा जा रहा है। पंजाब, चंडीगढ़ और जम्मू जाने वाली ट्रेनों में 50 फीसदी तक यात्री कम हो गए हैं। वहीं, बाकी रूट की ट्रेनों पर थोड़ा-बहुत असर पड़ा है। टिकट काउंटर पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि वैष्णो देवी जाने वाली ट्रेन में इन दिनों कंफर्म टिकट मिल जा रही है, जबकि पहले रेल के टिकट के लिए मारामारी की स्थिति रहती थी।
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