मॉनसून की बारिश ने 31 साल का टूटा रिकॉर्ड, सितंबर में हल्द्वानी में जमकर बरसे मेघ
- पंतनगर मौसम विज्ञान केंद्र में सितंबर में 24 घंटे की सर्वाधिक बारिश साल 1993 में 213 मिमी दर्ज है। जबकि शुक्रवार को मौसम विभाग की दो बजे की जारी रिपोर्ट में हल्द्वानी में ही रिकॉर्ड 228 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
उत्तराखंड के कई शहरों में बारिश का दौर जारी है। राजधानी देहरादून, नैनीताल, हल्द्वानी, ऋषिकेश समेत प्रदेश के पर्वतीय जिलों में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है। सितंबर में मानसून की बारिश ने कुमाऊं के मैदानी क्षेत्र में 31 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
बारिश के बाद जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश की वजह से गंगा समेत कई नदियां उफान पर आ गईं हैं। सितंबर में मॉनसून की बारिश ने कुमाऊं के मैदानी क्षेत्र में 31 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
पंतनगर मौसम विज्ञान केंद्र में सितंबर में 24 घंटे की सर्वाधिक बारिश साल 1993 में 213 मिमी दर्ज है। जबकि शुक्रवार को मौसम विभाग की दो बजे की जारी रिपोर्ट में हल्द्वानी में ही रिकॉर्ड 228 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
इसके साथ ही बीते 48 घंटे में यहां तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में बीते 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 12 सितंबर 1993 को बना था।
जब मानसून की विदाई के दौरान आसमानी आफत बरसी थी। 31 साल पहले तब इस दिन 213.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी, लेकिन 13 सितंबर 2024 को यह रिकॉर्ड टूट गया है। शुक्रवार को हल्द्वानी में रिकॉर्ड 228 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
जबकि मैदान के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश हुई है। वहीं पिछले 13 साल की बात करें तो सिर्फ तीन बार ही ऐसा मौका आया जब सितंबर में बारिश का आंकड़ा सौ मिमी के पार पहुंचा। मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सितंबर में अंतक तक बारिश की संभावना है।
बारिश के आंकड़े
साल बारिश (मिमी में)
2011 104.6
2012 77.6
2013 53.4
2014 38.2
2015 95.6
2016 75.1
2017 96.6
2018 74.5
2019 129.4
2020 25.9
2021 25.6
2022 110.4
2023 90.6 स्रोत: आंकड़े मौसम विभाग विभाग की वेबसाइट से।
24 घंटे में 202 मिमी बारिश
चम्पावत जिले में भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पर्वतीय क्षेत्र में नदी नालों के उफान में होने के कारण कई ग्रामीण इलाकों का मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है।
जबकि टनकपुर-बनबसा के मैदानी क्षेत्र में लोगों को जल भराव की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जिला आपदा नियंत्रण केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में चम्पावत में सर्वाधिक 202 मिमी बारिश हुई।
जबकि बनबसा में 128, पाटी में 88 और लोहाघाट में 43 मिमी बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश से तापमान में भी गिरावट आ गई है। इससे लोगों को गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीण सड़कें बंद होने से लोग कम संख्या में बाजार पहुंचे।
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