MBSS छात्र ने पत्नी के साथ मिल पूर्व प्रिंसिपल का किया मर्डर, देहरादून में शव के पांच टुकड़े भी किए
- हत्याकांड के बाद फरार हुए हिमांशु और गीता के पास ज्यादा रुपये नहीं थे। शुरू में दोनों भागकर ट्रेन से मुंबई पहुंचे। मुंबई से भागकर जयपुर और जयपुर से प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे।

आर्थिक तंगी और पैसों का लालच दून के पीठावाली चंद्रबनी निवासी पूर्व प्रिंसिपल श्यामलाल गुरुजी की हत्या का कारण बना। पुलिस के अनुसार, एमबीबीएस छात्र और उसकी कथित पत्नी, श्यामलाल को मारना नहीं चाहते थे, बल्कि वे उगाही की योजना बना रहे थे।
इस वारदात में शामिल महिला पिछले 12 साल से श्यामलाल के साथ रिश्ते में थी। वे अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल करना चाहते थे। जब श्यामलाल को भनक लगी तो उन्होंने विरोध किया। इसके बाद महिला और उसके कथित पति ने मिलकर हत्या को अंजाम दे दिया।
यह खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की। एसएसपी अजय सिंह ने शुक्रवार दोपहर प्रेसवार्ता में यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि सात फरवरी को श्यामलाल की बेटी निधि राठौर ने अपने 80 वर्षीय पिता के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस जांच में पता चला कि दो फरवरी को श्यामलाल घर से बाइक लेकर निकले थे और कौलागढ़ के सिरमौर मार्ग क्षेत्र में लापता हो गए थे। सीसीटीवी फुटेज से हत्या का शक मजबूत हुआ, क्योंकि वारदात के दिन श्यामलाल और गीता के बीच कई बार फोन पर बात हुई थी।
इसके बाद गीता अपने कथित पति हिमांशु चौधरी के साथ फरार हो गई थी। पुलिस ने गीता के भाई अजय कुमार और हिमांशु के जीजा धनराज चावला को पिछले दिनों गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर शव सहारनपुर की साखन नहर से बरामद कर लिया था। साथ ही, गीता और हिमांशु की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार का इनाम भी घोषित किया। दोनों को गुरुवार रात अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास गिरफ्तार किया गया। वहां दोनों 26 फरवरी को पहुंचे थे।
श्यामलाल के घर के पास लिया था कमरा
पुलिस के अनुसार, गीता और श्यामलाल के बीच पिछले 12 वर्षों से अवैध संबंध थे। कुछ साल पहले गीता अपने पहले पति को छोड़कर तीन साल की बेटी संग अलग रह रही थी। मई 2024 में उसने हिमांशु चौधरी से एक मंदिर में शादी की थी। हिमांशु दून के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था।
वह बार-बार बैक लगने के कारण फीस जमा नहीं कर पा रहा था। उसने और गीता ने श्यामलाल की अश्लील वीडियो बनाने की योजना बनाई, ताकि वो पैसे निकाल सकें। इसके लिए उन्होंने पास के एक कमरे में छह दिन बाद श्यामलाल को बुलाया। जब श्यामलाल को यह पता चला, तो उन्होंने विरोध किया। इससे गुस्साए हिमांशु और गीता ने श्यामलाल को बांध गला दबाकर हत्या कर दी।
मुख्य आरोपियों को पंजाब से पकड़ा गया
हिमांशु चौधरी पुत्र सतीश निवासी नई बस्ती सुनहरा रोड रुड़की
गीता निवासी-कायस्थवाड़ा सैनी कॉलोनी देवबंद सहारनपुर यूपी को पुलिस ने पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया।
शव के पांच टुकड़े किए
हत्या के बाद आरोपी हिमांशु चौधरी ने शव उसी कमरे में रखा, जहां हत्या की गई। चूंकि वह एमबीबीएस चौथे वर्ष का छात्र है। इसलिए उसे पता था कि शव को कब और कहां से काटना है कि अंदर से खून न निकले। हिमांशु ने हत्या के अगले दिन शव के दोनों पांव और हाथ काट दिए। पांच हिस्से होने पर प्लास्टिक के कट्टों में इनको पैक किया। इसके बाद शव को गीता के भाई अजय कुमार और हिमांशु के जीजा धनराज चावला कार में रखकर ठिकाने लगाने सहारनपुर ले गए।
महाकुंभ के दौरान कई दिन प्रयागराज में रहे
हत्याकांड के बाद फरार हुए हिमांशु और गीता के पास ज्यादा रुपये नहीं थे। शुरू में दोनों भागकर ट्रेन से मुंबई पहुंचे। मुंबई से भागकर जयपुर और जयपुर से प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे। प्रयागराज में कई दिनों तक भंडारा लेते रहे और यहां बने कैंपों में रात गुजारी। कुंभ के समापन पर 26 फरवरी को अमृतसर जा पहुंचे। यहां गोल्डन टैंपल के पास एक सराय में शरण ली, ताकि वे भंडारा ले सकें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।