उत्तराखंड में राज्य सहकारी बैंक में कंप्यूटर खरीद पर जांच, इस बात पर उठ रहे सवाल
- शासन में पहुंची शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के सभी पुराने कम्प्यूटर हटाकर नए खरीदे गए हैं। इसके लिए न प्रबंध समिति और न ही निबंधक स्तर से मंजूरी ली गई। इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं।
उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बैंक प्रबंधन और अफसरों की कार्यशैली को लेकर शासन में पहुंची शिकायत पर सचिव सहकारिता दिलीप जावलकर ने जांच बैठा दी है।
शासन में पहुंची शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के सभी पुराने कम्प्यूटर हटाकर नए खरीदे गए हैं। इसके लिए न प्रबंध समिति और न ही निबंधक स्तर से मंजूरी ली गई। इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं।
आरोप लगाया गया है कि सही प्रबंधन न होने के कारण वित्तीय वर्ष 2024 में बैंक का वास्तविक लाभ कम हुआ है। बैंक की निधियों को ऊपर नीचे कर नौ करोड़ रुपये बैंक के लाभ में जोड़ कर लाभ बढ़ाया गया। इस पर 30 प्रतिशत आयकर का भुगतान भी किया गया।
इसके लिए पहले रजिस्ट्रार की मंजूरी नहीं ली गई। बैंक के व्यवसाय घटने पर सवाल उठाए गए हैं। कारोबार 10 करोड़ कम होना बताया गया है। वर्ष 2024 में बैंक के वास्तविक घटे कारोबार को सही बताने को दूसरे जिला सहकारी बैंकों के करोड़ों के ऋण दिखा कर, इसी ऋण की दोबारा एफडी बनाकर बैंक का डिपोजिट बढ़ाने का भी आरोप है।
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