सीएम धामी पोर्टल पर भी कई बार लगाई गुहार, हल्द्वानी किसी ने नहीं सुनी एक बार भी पुकार
- ग्रामीणों ने बताया कि करायल जौलासाल की राजीरानी विहार फेज-2, लक्ष्मी विहार और भारत कॉलोनी में विकास कार्य अधूरे हैं। करायल चतुर सिंह पेयजल योजना के तहत गांव में नई पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है।

हल्द्वानी के जौलासाल के ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने गांव में स्ट्रीट लाइट, पेयजल और सड़क की समस्याओं को कई बार विभागीय अधिकारियों के सामने रखा गया है। ग्राम प्रधान और विधायकों के दरवाजे खटखटाते रह गए, इसके अलावा सीएम पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
गांव में दो हजार की आबादी के लिए ग्राम पंचायत की ओर से एक ही स्ट्रीट लाइट लगाई गई है। इससे ग्रामीण रात में अपने घरों से नहीं निकल पाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में अंधेरा होने पर गांव में जंगली जानवर और सांप आदि घुस जाते हैं।
स्ट्रीट लाइट नहीं होने से अंधेरे में गांव में जंगली जानवरों का डर बना रहता है। मांग है कि में आबादी के अनुसार स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं, जिससे रात में घरों के बाहर रोशनी रहे। इससे जंगली जानवरों का डर भी खत्म होगा।
इसके अलावा ग्रामीणों ने बताया कि करायल जौलासाल की राजीरानी विहार फेज-2, लक्ष्मी विहार और भारत कॉलोनी में विकास कार्य अधूरे हैं। करायल चतुर सिंह पेयजल योजना के तहत गांव में नई पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है।
इसमें एक नलकूप, 300 केएल का एक ओवरहेड टैंक और 23 किमी पेयजल लाइन बिछाने का कार्य किया जाना है जिससे क्षेत्र में पानी मिलने की उम्मीद है लेकिन कार्य पूरा न होने से अब लोगों को पेयजल समस्या से जूझना पड़ रहा है। गांव में पहले रेशमबाग कॉलोनी से पानी की आपूर्ति होती थी लेकिन अब वहां से भी आपूर्ति बंद है।
यहां के ग्रामीणों का कहना है कि दो साल से बिछ रही पेयजल लाइन का कार्य अब तक अधूरा है। इसके चलते ग्रामीणों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। हर रोज टैंकर मंगाकर पानी का इंतजाम करते हैं। लोगों का कहना है कि उनके गांव में पेयजल योजना का कार्य जल्द पूरा कर पानी की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
नाले की मरम्मत का कार्य हो पूरा
गांव के बाहर रकसिया नाले की दीवार क्षतिग्रस्त है। इससे बरसात में मुख्य सड़क को खतरा हो सकता है। ग्रामीणों के अनुसार शहरी विकास विभाग ने नाले की क्षतिग्रस्त दीवार को आधा ही बनाया। उनके अनुसार इसका नुकसान आने वाली बरसात में देखने को मिलेगा।
लावारिस जानवरों का आतंक
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लावारिस जानवरों का आतंक है। पूरे दिन गांव में छोड़े गए जानवर घूमते रहते हैं। इससे लोग सुबह से शाम तक अपने घरों के बाहर जानवरों को हटाने की मांग करते रह जाते हैं। हमारी मांग है कि गांव में जानवर छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।