Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Baba Kedar darshan wait over Kedarnath journey foot route begins after 27 days

बाबा केदार के दर्शन को इंतजार खत्म, 27 दिन बाद केदारनाथ पैदल रूट पर यात्रा शुरू; यह सावधानी जरूरी

  • आपदा के बाद प्रशासन द्वारा 16 अगस्त को ट्रायल के रूप में यात्रियों का एक दल केदारनाथ भेजा था जबकि इसके बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवाजाही बंद थी। हालांकि जब से घोड़े-खच्चर जाने शुरू हुए तब से पैदल मार्ग आवाजाही के लिए तैयार हो रहा।

Himanshu Kumar Lall हिन्दुस्तान, रुद्रप्रयाग, हिन्दुस्तानWed, 28 Aug 2024 10:15 AM
share Share

बीती 31 जुलाई को केदारनाथ पैदल मार्ग में आई आपदा के बाद पहली बार करीब 300 यात्रियों का दल केदारनाथ रवाना हुआ है। प्रशासन के निर्देशों पर पुलिस ने सोनप्रयाग और गौरीकुंड से उक्त यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी। 

हालांकि अभी पैदल मार्ग पर कुछ दिक्कतें जरूर है किंतु यात्रियों के आग्रह पर ही प्रशासन ने उन्हें केदारनाथ भेजा है। मंगलवार को सोनप्रयाग और गौरीकुंड से करीब 300 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। 

आपदा के बाद प्रशासन द्वारा 16 अगस्त को ट्रायल के रूप में यात्रियों का एक दल केदारनाथ भेजा था जबकि इसके बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवाजाही बंद थी। हालांकि जब से घोड़े-खच्चर जाने शुरू हुए तब से पैदल मार्ग आवाजाही के लिए तैयार हो रहा। 

मंगलवार को प्रशासन के निर्देशों पर पुलिस ने सोनप्रयाग और गौरीकुंड से करीब 300 यात्री केदारनाथ भेजे गए। बम, बम भोले के जयकारों के साथ यात्रियों का दल केदारनाथ रवाना हुआ।सोनप्रयाग में तैनात उप निरीक्षक योगेश ने बताया कि उप जिलाधिकारी ऊखीमठ की यात्रियों से वार्ता के बाद उनके मौखिक निर्देशों पर 300 यात्री केदारनाथ रवाना किए गए। 

इधर, बीते दिनों भाजपा नेता एवं निम के पूर्व प्रधानाचार्य कर्नल अजय कोठियाल के पैदल यात्रा करने और पैदल मार्ग की स्थिति को देखने के बाद उन्होंने भी जिलाधिकारी को पैदल मार्ग की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने मार्ग की स्थिति से सीएम को भी अवगत करा दिया है।

यात्रियों के लिए घोड़े खच्चरों की बुकिंग बंद

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर अब घोड़े-खच्चर सामान लेकर केदारनाथ जाने लगे हैं। हालांकि अभी यात्रियों के लिए घोड़े खच्चरों की बुकिंग शुरू नहीं की गई है। दो दिनों में 60 घोड़े-खच्चर सामान लेकर केदारनाथ पहुंचे हैं। इधर, घोड़े-खच्चरों की आवाजाही से स्थानीय लोगों के साथ ही केदारनाथ में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली है।

केदारनाथ पैदल मार्ग में 31 जुलाई को आई आपदा के बाद से केदारनाथ के लिए घोड़े-खच्चरों की आवाजाही बंद हो गई थी। यात्रा के लिए पंजीकृत यूपी और अन्य जनपदों के अधिकांश घोड़े-खच्चर वापस लौट गए हैं। उधर, जी मैक्स के प्रंबधक खुशाल सिंह ने बताया कि अभी यात्रियों के लिए घोड़े-खच्चरों की बुकिंग नहीं आई है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें