छठ महापर्व पर 36 घंटे का निर्जला व्रत, व्रती महिलाओं ने रसियाव रोटी के साथ किया खरना
- पूर्वा सांस्कृतिक मंच के संस्थापक महासचिव सुभाष झा ने बताया कि हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सूर्यास्त के बाद खरना का विधान सनातन धर्म में हजारों वर्ष पहले से चला आ रहा है।
छठ महापर्व पर बुधवार को संध्या के समय रसियाव रोटी का भोग लगाकर महिला व्रतियों ने प्रसाद खाकर खरना किया। इसी के साथ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत भी शुरू हो गया। यह व्रत शुक्रवार सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा।
बुधवार को सूर्यास्त के समय सूर्य को नमस्कार करके व्रती महिलाओं ने मिट्टी के चूल्हे पर रसियाव(गुड़, दूध और कच्चा चावल) पकाया। फिर मिट्टी के तवे पर रोटी पकाई, जिसे छठी मईया को भोग लगाने के बाद प्रसाद ग्रहण किया।
इधर, पूर्वा सांस्कृतिक मंच के संस्थापक महासचिव सुभाष झा ने बताया कि हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सूर्यास्त के बाद खरना का विधान सनातन धर्म में हजारों वर्ष पहले से चला आ रहा है।
इस दिन संध्या के बाद व्रती द्वारा खुद बनाए हुए प्रसाद को छठी मईया को भोग लगाने के बाद ग्रहण करने का विधान है। इधर, ऋषिकेश में सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया है कि छठ चार दिन तक चलने वाला लोक महापर्व है। इसको लेकर व्रतियों में उत्साह है।
सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने त्रिवेणी घाट पर कार्यक्रम आयोजित किया। पंडित जगमोहन मिश्रा ने मंत्रोच्चारण के साथ गौरी गणेश, पंचांग पूजन, कलश स्थापना के बाद भगवान सूर्य नारायण और छठी माता की प्रतिमा स्थापित की।
अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य
देहरादून के सभी घाटों पर गुरुवार की षष्ठी को करीब डेढ़ से दो लाख व्रती महिलाएं संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी। गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य की आरती शाम 05:42 बजे होगी। आठ नवंबर को शुक्रवार सुबह 06:22 बजे सूर्योदय के अर्घ्य के बाद आरती के साथ छठ पूजा की समाप्ति होगी।
हर घाट पर डॉक्टर को किया तैनात
पूर्वा सांस्कृतिक मंच की ओर से व्रती महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी देखभाल के लिए 36 डॉक्टरों की व्यवस्था की गई है, जिसमें डॉ. एसके मिश्रा, डॉ. अनिल झा, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. पीके जैन, डॉ. अल्का सिंह, डॉ. वरुणा, डॉ. अरुण सिंह, डॉ. अर्चना यादव, डॉ. एएम ठाकुर आदि शामिल हैं।
विकासनगर की गंगभेवा बावड़ी में आज उमड़ेंगे व्रती
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गुरुवार को विकासनगर की गंगभेवा बावड़ी में बड़ी संख्या में व्रती उमड़ेंगे। पूर्वांचल नागरिक परिषद की ओर से शनिवार को ही बावड़ी और उसके आसपास साफ-सफाई कर ली गई थी। गुरुवार को दोपहर बाद से यहां व्रती महिलाओं के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
शारदा को श्रद्धांजलि, छठ घाटों पर नहीं बजेंगे डीजे
लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन की वजह से दून में पूर्वा सांस्कृतिक मंच द्वारा डीजे का प्रयोग न करने का निर्णय लिया गया है। छठ पूजा के समय बिहार की लोकगायिका शारदा सिन्हा के गीत विशेष तौर पर सुने जाते हैं। यह सिलसिला इस बार नहीं चलेगा। छठ के मौके पर ही शारदा के निधन से पूर्वांचल समाज उदास है।
इस मंच के संस्थापक महासचिव सुभाष झा ने बताया कि शारदा की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धाजंलि स्वरूप मंच के घाटों पर डीजे नहीं बजाया जाएगा। गुरुवार को सभी घाटों पर प्रथम अर्घ्य शारदा सिन्हा की आत्मा शांति के लिए दिया जाएगा।
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