महाकुंभ में भगदड़ पर योगी सरकार हर बात छिपा रही, अखिलेश यादव का बड़ा आरोप
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर हमला करते हुए बड़ा आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भगदड़ को लेकर सरकार हर बात छिपा रही है। कहा कि जिन लोगों की जान गई है उनकी संख्या छिपा रही है।
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर हमला करते हुए बड़ा आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भगदड़ को लेकर सरकार हर बात छिपा रही है। कहा कि जिन लोगों की जान गई है उनकी संख्या छिपा रही है। मुआवजा नहीं देना पड़े इसलिए यह संख्या छिपाई जा रही है। दिल्ली में संसद के बजट सत्र में भाग लेने पहुंचे अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि आज बजट पर नहीं कुंभ पर बात होगी। यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री और सरकार नैतिक रूप से चली गई है। राजनीतिक रूप से कब जाती है, अब यह देखना है।
अखिलेश ने मीडिया से भी कह दिया कि सरकार के बहकावे में मत आइए। अब तो साधु-संत भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री झूठे हैं। कुछ खुलकर कह रहे हैं, कुछ कह नहीं पा रहे हैं। जब मुख्यमंत्री को साधु-संत भी झूठा कह सकते हैं तो इससे ज्यादा नैतिक हार क्या हो सकती है। ये जो वीआईपी वाली बात है उनके लिए अलग इंतजाम था, अलग प्रोटोकॉल था। घटना वहां हुई है जहां आम लोग जाते हैं। जहां आम लोगों के स्नान का इंतजाम था, घटना वहां हुई है। जो सरकार कहती है कि हम 40 करोड़ लोगों के लिए इंतजाम करा देंगे। जिस सरकार ने जगह-जगह जाकर निमंत्रण दिया है, कार्ड बांटे हैं। जब सरकार ने निमंत्रण दिया तो उनकी तैयारी क्या थी।
अखिलेश ने कहा कि बजट की बात तो बाद में होगी। यह सत्र और आज का दिन, कुंभ में जिनकी जान गई है उनकी शांति के लिए बात रखी जाएगी। पहले हमारा ध्यान इसी पर है कि जो खोए हुए लोग हैं, सरकार उनकी सही जानकारी दे। उनकी सूची दे। अखिलेश ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपा रही है। जो लोग अभी भी सड़कों पर फंसे हैं, उनके लिए भोजन आदि का इंतजाम करें। उन्हें सुरक्षित पहुंचाने का इंतजाम करें। जब आपने प्रचार इतना किया तो इंतजाम क्या किया। जांच पर कहा कि यह सरकार की जांच है। इस पर बाद में बात करेंगे। सबसे पहले सरकार सूची जारी करे। जो शव मिले हैं उन्हें चिह्नित करें और उन्हें सम्मान के साथ पहुंचाया जाए।
मौनी अमावस्या स्नान से ठीक पहले संगम में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। सरकार ने इस भगदड़ के लिए भारी भीड़ को कारण बताया है। सपा और विपक्ष का यही आरोप है कि जब भारी भीड़ को बुलाया गया तो उनके लिए इंतजाम क्यों नहीं किया गया। इस भगदड़ के बाद झूंसी में भी एक भगदड़ में कुछ लोगों की मौत की चर्चा है। हांलाकि प्रशासन की तरफ से उसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस तरह से मामलों को छिपाने को लेकर ही सपा ने हमला किया है।