महाकुंभ भगदड़ में भटक गई पत्नी, घर में घबराए पति की चली गई जान
- पत्नी मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान के लिए गई थी। भगदड़ की सूचना के बाद से फर्रुखाबाद के विनोद घबरा रहे थे लेकिन पत्नी पप्पी देवी से संपर्क नहीं हो पा रहा था। उनकी हालत बिगड़ी और जान चली गई।
बाद मरने के अगर उनका पयाम आया तो क्या, मिट गया जब मिटने वाला, तब सलाम आया तो क्या। फर्रुखाबाद में रोशनाबाद गांव के बुजुर्गवार विनोद अग्निहोत्री के साथ यही दुर्भाग्य घटित हुआ। पत्नी मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान के लिए गई थी। भगदड़ की सूचना के बाद से विनोद घबरा रहे थे लेकिन पत्नी पप्पी देवी से संपर्क नहीं हो पा रहा था। गुरुवार सुबह तक उनकी कोई खबर नहीं मिली तो विनोद की हालत बिगड़ गई। भतीजे उन्हें अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उधर, शाम को पत्नी ने किसी श्रद्धालु के फोन से भतीजों को सकुशल होने की सूचना दी है।
रोशनाबाद के विनोद अग्निहोत्री (62) की पत्नी पप्पी देवी 28 जनवरी को अपने भाई राममोहन निवासी किसौली, एटा के साथ महाकुंभ नहाने के लिए प्रयागराज गईं थीं। मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद से उनका घर से संपर्क टूट गया। भतीजे रानू ने बताया कि तीन दिन से चाचा का चाची से संपर्क नही हो पा रहा था। इससे चाचा परेशान थे। गुरुवार दोपहर बाद चाचा की हालत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में लेकर गए, वहां मृत घोषित कर दिया गया। हम लोग शव को घर ले आए।
उधर चाचा की मौत के बाद शाम को चाची से संपर्क हो गया। उन्होंने किसी के फोन से सकुशल होने की जानकारी दी। वह घर आ रही हैं। रानू ने बताया कि चाचा के दोनों बेटे दिल्ली में नौकरी करते हैं। उन्हें चाचा के निधन की जानकारी दे दी गई है। चाची को इस बारे में कोई जानकारी नही दी गई है।
महिला लापता, चार दिन पहले गई थी स्नान को
फर्रुखाबा कं रजलामई गांव निवासी राजेश्वरी देवी चार दिन पहले कुंभ नहाने के लिए गांव के पांच लोगों के साथ गई थीं। उनका अब तक कुछ पता नहीं चला है। उनके साथ गए लोगों ने बताया कि वह भीड़ में कहीं गुम हो गईं और बहुत तलाशने पर नहीं मिलीं। प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि महिला के गायब होने की जानकारी मिली है। महिला दोपहर में वहां गायब हुई थी, जबकि रात को भगदड़ मची थी। उन्होंने बताया कि महिला के दो पुत्र हैं। एक पुत्र दिल्ली में तो दूसरा लखनऊ में रहता है। महिला को लेकर जानकारी की जा रही है। जो लोग साथ गए थे, उनके वापस आने पर सही जानकारी हो सकेगी।
हरदोई का वृद्ध महाकुम्भ में भगदड़ के दौरान लापता
हरदोई के ग्राम लालामाऊ से महाकुम्भ नहाने गए पति, पत्नी सहित आठ लोगों के जत्थे में शामिल 70 वर्षीय राम औतार अर्कवंशी लापता हो गए। भगदड़ में पति से सम्पर्क टूट जाने के कारण पत्नी रामकुमार अन्य लोगों के साथ वापस घर आ गई लेकिन पति का पता नहीं चला। बेटे अनुज कुमार अर्कवंशी ने बताया कि 27 जनवरी की शाम चार बजे उनके माता, पिता घर से कुम्भ स्नान के लिए निकले थे। वृद्ध माता-पिता के साथ में परिवार के नन्हेलाल, सुशीला देवी, अवधेश, राममूर्ति, रामजती सहित आठ लोग गये थे। मंगलवार रात सभी प्रयागराज पहुंच गये। स्नान के बाद परिवार के लोग लौट आए लेकिन पिता का पता नहीं चला।
महिला लापता, चार दिन पहले गई थी स्नान को
फर्रुखाबा कं रजलामई गांव निवासी राजेश्वरी देवी चार दिन पहले कुंभ नहाने के लिए गांव के पांच लोगों के साथ गई थीं। उनका अब तक कुछ पता नहीं चला है। उनके साथ गए लोगों ने बताया कि वह भीड़ में कहीं गुम हो गईं और बहुत तलाशने पर नहीं मिलीं। प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि महिला के गायब होने की जानकारी मिली है। महिला दोपहर में वहां गायब हुई थी, जबकि रात को भगदड़ मची थी। उन्होंने बताया कि महिला के दो पुत्र हैं। एक पुत्र दिल्ली में तो दूसरा लखनऊ में रहता है। महिला को लेकर जानकारी की जा रही है। जो लोग साथ गए थे, उनके वापस आने पर सही जानकारी हो सकेगी।
हरदोई का वृद्ध महाकुम्भ में भगदड़ के दौरान लापता
हरदोई के ग्राम लालामाऊ से महाकुम्भ नहाने गए पति, पत्नी सहित आठ लोगों के जत्थे में शामिल 70 वर्षीय राम औतार अर्कवंशी लापता हो गए। भगदड़ में पति से सम्पर्क टूट जाने के कारण पत्नी रामकुमार अन्य लोगों के साथ वापस घर आ गई लेकिन पति का पता नहीं चला। बेटे अनुज कुमार अर्कवंशी ने बताया कि 27 जनवरी की शाम चार बजे उनके माता, पिता घर से कुम्भ स्नान के लिए निकले थे। वृद्ध माता-पिता के साथ में परिवार के नन्हेलाल, सुशीला देवी, अवधेश, राममूर्ति, रामजती सहित आठ लोग गये थे। मंगलवार रात सभी प्रयागराज पहुंच गये। स्नान के बाद परिवार के लोग लौट आए लेकिन पिता का पता नहीं चला।
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भगदड़ में बिछड़ गया वृद्ध
झांसी में गांव बाबई निवासी 65 साल के घनश्याम दास गुप्ता 27 जनवरी को अपने छह साथियों के साथ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। स्नान के दौरान अचानक भीड़ बढ़ गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। घनश्याम दास अपनी जत्थे से बिछड़ गए। इसके बाद नहीं मिले। घनश्याम दास के पास न तो अतिरिक्त कपड़े थे और न ही पैसे। यह खबर बाबई गांव में उनके परिजनों को मिली वे भी तुरंत प्रयागराज के लिए रवाना हो गए और अपने स्तर पर खोजबीन में जुट गए।
फतेहपुर के चार लापता
बिंदकी कोतवाली की अमेना निवासी 65 वर्षीय राजरानी पति भगवानदीन और बेटे व बेटी के साथ मंगलवार को महाकुंभ के लिए गई थीं। मंगलवार देर रात मेले से सब एक दूसरे से बिछड़ गए। जिनमें भगवानदीन और बेटे बेटी वापस लौट आए हैं लेकिन राजरानी का पता नहीं चल पा रहा है। इसके अलावा चांदपुर थाने के गज्जा का डेरा निवासी सम्पत निषाद, जाफरगंज थाने के रणमस्तपुर निवासी सीमा देवी और बिंदकी थाने के नहरामऊ की रेखा का 36 घंटे बाद भी अता-पता नहीं है। परिजन बेहाल हैं।