पुण्य की कामना से पहुंचे महाकुंभ, भगदड़ में अपनों को गंवा दिया, शव पहुंचने पर घर में कोहराम
- महाकुंभ में मंगलवार देररात हुई भगदड़ में जान गंवाने वालों के घर शव पहुंचने पर कोहराम मच गया। कहा, पुण्य की कामना से महाकुंभ गए थे, लेकिन अपनों को गंवाना पड़ा। परिजनों ने घटना को होनी मानकर मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया।
महाकुंभ में मंगलवार देररात हुई भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजन उदास हैं, शव पहुंचने पर घर में कोहराम मच गया है। कुछ लोग अव्यवस्था से दुखी थे तो कुछ को सरकार से नाराजगी नहीं। कहा, पुण्य की कामना से महाकुंभ गए थे, लेकिन अपनों को गंवाना पड़ा। लेकिन परिजनों ने घटना को होनी मानकर मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया। महाकुंभ के संगम घाट पर मंगलवार देररात हुई भगदड़ में बलिया की रीना, उसकी बेटी रोशनी, मीरा सिंह और रिंकी सिंह की मौत हो गई थी। जौनपुर की रामपत्ती, उनकी बहू रीता और ममित्रा देव की जान चली गई थी। आजमगढ़ की कमलावती, मुगलसराय की सीता देवी और चुनार की रीना यादव ने अपने प्राण गंवाए। परिजनों ने इन सबका अंतिम संस्कार कर दिया। प्रयागराज में पोस्टमार्टम न होने के कारण मऊ की महिला का शव घर नहीं लाया जा सका।
लखनऊ के टीएन पांडेय बोले, संगम घाट पर बैरिकेडिंग थी। भीड़ बढ़ती जा रही थी। अमृत स्नान का वक्त भी करीब आ रहा था। अखाड़ों को आना था। इस बीच पुलिस ने भीड़ का दबाव बढ़ने पर बैरिकेडिंग खोल दी। घंटों से घाट पर फंसे श्रद्धालुओं में आगे निकलने की होड़ मच गई जो भगदड़ में तब्दील हो गई। इसी में दबकर पत्नी मंजू पांडेय की जान चली गई।
भगदड़ में जान गंवाने वाली लखनऊ की मंजू पांडेय के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ। उनका शव एंबुलेंस से लखनऊ के पटेल नगर स्थित घर लाया गया। गोंडा के पाही मजरा के एक युवक की मौत हुई है। बलरामपुर और अंबेडकरनगर के दो-दो और गोंडा की एक महिला के महाकुंभ में गुम होने की बात सामने आई है। औरैया के बमुरीपुर की सुकृति भगदड़ में घायल हो गई है। घटना के बाद से हरदोई के वृद्ध रामऔतार अर्कवंशी और कानपुर देहात की वृद्धा मीरा शुक्ला लापता हैं। परिजन मेले में इन सबकी तलाश कर रहे हैं।
महाकुंभ में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए मिर्जापुर, जौनपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, कानपुर समेत कई जिलों में यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया है। इन जिलों के प्रशासनिक अमला एहतियात बरत रहा है। यहां वाहनों और स्नानार्थियों को रोका गया है। रास्ते में जाम के कारण फंसे लोगों के खाने-पीने का प्रबंध प्रशासन ने किया है।
कई शवों का नहीं कराया पोस्टमार्टम
संगम नोज के पास हुई भगदड़ में मारे गए कई श्रद्धालुओं के शवों का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया। परिजनों को पंचनामा करके ही शव सुपुर्द कर दिया गया। अफसरों का कहना है कि जिन मृतकों के परिजन शव को बिना पोस्टमार्टम के ले जाना चाह रहे थे उन्हें पंचनामा कर शव दे दिया गया है, जो पोस्टमार्टम कराना चाहते थे उन शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया है। उधर पोस्टमार्टम हाउस के सामने बोर्ड पर हादसे में मारे गए लोगों की फोटो शिनाख्त के लिए चस्पा कर दी गई है।