UP Weather: यूपी में ठंड और कोहरे से जनजीवन अस्तव्यस्त, इस तारीख तक बारिश और ओले के आसार
उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे के कारण जनजीनव अस्तव्यस्त हो गया है। कड़ाके की ठंड के बीच घना कोहरा सितम ढा रहा है। राज्य के कई जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने 11 जनवरी तक बारिश और ओले की आशंका जताई है।
उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे के कारण जनजीनव अस्तव्यस्त हो गया है। कड़ाके की ठंड के बीच घना कोहरा सितम ढा रहा है। राज्य के कई जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री तक लुढ़क गया है। न्यूनतम तापमान दस डिग्री से नीचे आ गया है। मौसम विभाग के अनुसार कम से कम अगले 48 घंटो तक ज्यादातर जिलों में ठंड और कोहरे से निजात मिलने की कोई संभावना नहीं है। अगले तीन दिनों में कई जिलों में कोल्ड डे जैसे हालात पैदा होने का अनुमान है। विभाग के अनुसार 11 जनवरी तक कुछ जिलों में हल्की बारिश और ओले गिरने के आसार हैं।
लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, गोंडा और हमीरपुर समेत कई जिलों के आसमान में बादल छाए हुए हैं और कोहरे के बीच रात के समय दृश्यता 100 मीटर से भी कम रह गया है। ठंड के कारण स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। गलन भरी ठंड के चलते सड़कों पर भी आवागमन प्रभावित हुआ है। कोहरे के चलते लखनऊ, वाराणसी समेत कुछ जिलों में उड़ानें प्रभावित हुई हैं वहीं लंबी दूरी की कई ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से आठ घंटे तक की देरी से चल रही हैं।
चिकित्सकों ने लोगों से ठंड के मद्देनजर एहतियात बरतने की सलाह दी है। विशेषकर बुजुर्ग, बच्चों और हृदय रोगियों को सुबह शाम घर में रहने और बीमारी की दशा में दवाओं का सेवन डॉक्टरों की सलाह से करने की अपील की गई है।
बनारस और प्रयागराज का मौसम
अगले हफ्ते से प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। प्रयागराज के बाद लोग बनारस में काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने भी जाएंगे। ऐसे में इस इलाके के मौसम पर लोगों की नजर टिकी हैं। इन दोनों शहरों के मौसम की बात करें तो पश्चिमी विक्षोभ से हवा का रुख बदलने से धुंध के साथ हल्के बादलों के आने से थोड़ी राहत मिली, लेकिन शाम होते-होते वातावरण में गलन एक बार फिर हावी हो गई।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम चक्र में बदलाव हो रहा है। वर्तमान में सक्रिय विक्षोभ का असर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में प्रभावी है। इससे वहां बर्फबारी और बारिश हो रही है, लेकिन मैदानी इलाकों में कोल्ड जेट स्ट्रीम बनने से सर्दी तीखी बनी है। ऐसी स्थिति आगामी 45 दिन तक रह सकती है।
सोमवार दिन में पश्चिमी विक्षोभ के साथ उत्तर-पूर्व की ओर से आ रही नमी के असर कारण धुंध के बीच आसमान बादलों की स्थिति बनने से तापमान में बढ़ोतरी हुई। इससे गलन में थोड़ी कम हुई। दोपहर बाद हल्की धूप भी निकली, लेकिन शाम को एक बार फिर पछुआ हवा चलने से गलन हावी हो गई। विशेषज्ञों के अनुसार यदि मौसम कुछ साफ हुआ और तेज हवा चली तो सर्दी और कहर बरपाएगी। धुंध और कोहरा बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों तक यही स्थिति रहेगी। एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।