Prayagraj Weather: ठंड और ठिठुरन का कहर, छाया रहेगा कोहरा, सर्द हवाएं बढ़ाएंगी गलन
- प्रयागराज में चलते महाकुंभ के बीच मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच शहर से संगम तक कड़ाके की ठंड जानलेवा बन गई है। शुक्रवार को निकली धूप से राहत तो मिली, लेकिन बर्फीली हवाओं से शहर कांप उठा।
प्रयागराज में चलते महाकुंभ के बीच मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच शहर से संगम तक कड़ाके की ठंड जानलेवा बन गई है। शुक्रवार को निकली धूप से राहत तो मिली, लेकिन बर्फीली हवाओं से शहर कांप उठा। कई इलाकों में घने कोहरे, गलन और सर्द हवाओं से लंबी राहत की उम्मीद नहीं है। आज से 48 घंटे तक अधिकांश हिस्सों में मध्यम से बेहद घना कोहरा छाने के आसार हैं। कुछ समय के लिए धूप तो निकलेगी, लेकिन ठंड से बड़ी राहत नहीं दे पाएगी। दिन में हल्के बादल भी छा सकते हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि 21-23 जनवरी तक फिर से मौसम बदलने जा रहा है। इस अवधि में बादल और बारिश ठंड का प्रकोप बढ़ाएगा। 22-23 जनवरी को बारिश की गतिविधियां चरम पर होंगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, शनिवार को संभावना है कि तापमान थोड़ा और नीचे जा सकता है।
तापमान
मौसम विभाग के अनुसार ठंड और ठिठुरन का कहर अभी रहेगा। साथ ही कई इलाकों में कोहरा छाया रहेगा। तेजी से चल रहीं सर्द हवाएं गलन बढ़ाएंगी। मौसम विभाग का कहना है कि आज के तापमान में 2 डिग्री की गिरावट हो सकती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस आंका गया। वहीं, आज का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। साथ ही आज का न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री तक रहेगा। सर्द हवाओं के कारण गलन से लोग परेशान रहेंगे।
दो श्रद्धालुओं की मौत
मेला क्षेत्र में 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। ठंड और हार्ट अटैक से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मरने वालों में पुरुष की शिनाख्त नहीं हो सकी। गुरुवार रात लगभग 65 वर्षीय श्रद्धालु को सेक्टर 20 के अस्पताल में कोई छोड़ गया था। वहीं हार्ट अटैक से पीड़ित 70 वर्षीय राधा की शुक्रवार को एसआएन अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज के पीआरओ डॉ. संतोष सिंह के अनुसार, मेला क्षेत्र से 11 मरीज रेफर होकर अस्पताल आए थे। इसमें एक महिला की रास्ते में मौत हो चुकी थी। शव को अज्ञात में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। केंद्रीय अस्पताल में सुबह से हार्ट टैक, सर्दी, जुकाम, थकान, दस्त, पेट दर्द के मरीज अधिक संख्या में रहे।