महाकुंभ में अब तक 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान, संगम पर जमा भक्तों की भीड़
- यूपी सरकार के आंकड़ों के अनुसार 7 फरवरी, शुक्रवार सुबह 8 बजे तक 40.16 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। 6 फरवरी, गुरुवार को आंकड़ा 39.74 करोड़ था। जो 7 फरवरी को 40 करोड़ के पार हो गया।

महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी है। सुबह से ही इतने श्रद्धालु उमड़ते हैं की मेला क्षेत्र पूरी तरह से पैक रहता है। संगम पर अत्याधिक श्रद्धालुओं के आते ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने जोनल प्लान लागू कर दिया। यूपी सरकार के आंकड़ों के अनुसार 7 फरवरी, शुक्रवार सुबह 8 बजे तक 40.16 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। 6 फरवरी, गुरुवार को आंकड़ा 39.74 करोड़ था। जो 7 फरवरी को 40 करोड़ के पार हो गया। शुक्रवार को सुबह लगभग 42.07 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इनमें से 10 लाख कल्पवसी और 32.07 लाख श्रद्धालु रहे।
माघ महीना अब खत्म होने वाला है। मेला क्षेत्र में सुबह से ही जबर्दस्त भीड़ जुट गई। जो हुजूम सुबह आया वैसा ही नजारा रात में भी देखने को मिल सकता है। गठरी लादे लोग संगम की ओर बढ़ते रहे। जीटी जवाहर चौराहे से काली मार्ग पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ने लगा और सभी काली बांध पार कर संगम अपर मार्ग से संगम की ओर बढ़ चले। सुबह 10 बजते बजते संगम नोज पर स्थिति यह हो गई कि लोगों को पहले निकाला जाए तभी दूसरे श्रद्धालु आ सकेंगे। इस कारण यातायात पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया।
इस कारण भी बढ़ी मेले में भीड़
वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की एक और वजह यह भी रही कि काफी संख्या में लोग पीएम के पांच फरवरी के कार्यक्रम समाप्ति का इंतजार कर रहे थे। इस कार्यक्रम के बाद यहां आने का प्लान बनाया था। यह लोग सुबह से ही प्रयागराज पहुंचना शुरू हो गए, ज्यादातर अपनी गाड़ियों से आए इसलिए चारों तरफ जाम लग गया। लोग घंटों जाम में फंसे रहे।
जंक्शन पर लागू रहेगा वन वे सिस्टम
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई संख्या को देखते रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन पर एकल दिशा प्लान (वन वे सिस्टम) अगले आदेश तक लागू रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान प्रवेश केवल सिटी साइड प्लेटफॉर्म नंबर एक की ओर से ही दिया जाएगा। निकास केवल सिविल लाइंस साइड की ओर से होगा।