महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज के इन रूटों पर आज से चलेंगी शटल बस, 24 घंटे संचालन
- महाकुम्भ के यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज 550 शटल बसों का संचालन करने जा रहा है। महाकुम्भ के प्रमुख स्नान पर्वों पर 10 रूटों पर 24 घंटे बसों का संचालन होगा। सामान्य दिनों में शहर से लेकर देहात तक 17 रूटों पर शटल बसें चलेंगी।
नए लाइंस तक शटल बसों का संचालन शुरू होगा। यह सेवा सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मिलेगी। अभी कुल पांच बसों को चलाया जा रहा है। पांच जनवरी के बाद बाद बाकी रूटों पर यह सेवा शुरू होगी। अभी तक एयरपोर्ट से शहर के लिए परिवहन की बड़ी समस्या थी। गाड़ी बुकिंग करके ही लोग आवागमन करते थे। महाकुम्भ के यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज 550 शटल बसों का संचालन करने जा रहा है। महाकुम्भ के प्रमुख स्नान पर्वों पर 10 रूटों पर 24 घंटे बसों का संचालन होगा। सामान्य दिनों में शहर से लेकर देहात तक 17 रूटों पर शटल बसें चलेंगी। पहली बार दरियाबाद से गोविंदपुर व एयरपोर्ट से बांगड़ धर्मशाला तक बस चलने वाली हैं।
इसके अलावा पुरामुफ्ती से लालगोपालगंज, शांतिपुरम से रेमंड नैनी, शांतिपुरम प्रतापगढ़ रोड से रामपुर चौराहा, शांतिपुरम प्रतापगढ़ रोड से शंकरगढ़, शांतिपुरम प्रतापगढ़ रोड से कोहड़ारघाट, शांतिपुरम से हबूसा, पूरामुफ्ती से हबूसा, पूरामुफ्ती से फूलपुर, पूरामुफ्ती से रेमंड मिर्जापुर रोड, दारागंज से बिसौना, हनुमान मंदिर सिविल लाइंस से दुर्वासा आश्रम, लेप्रोसी नैनी से चाकघाट, गोविंदपुर से दुर्वासा आश्रम हनुमानगंज, सहसों से फाफामऊ, सहसों से फाफामऊ शिव मंदिर वाया रिंग रोड और फाफामऊ से हंडिया वाया ककरा दुबावल तक शटल बसें चलेंगी।
सिक्स लेन ब्रिज से और सुगम होगा यातायात
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से गंगा पर बन रहा सिक्स लेन ब्रिज महाकुम्भ से पहले ही चालू होना था लेकिन किन्ही कारणों से यह काम पूरा नहीं हो सका। महाकुम्भ के मद्देनजर गंगा के बीचोंबीच अधूरे हिस्से पर वैकल्पिक स्टील ब्रिज तैयार किया गया है, जिसका प्रयोग सिर्फ महाकुम्भ के दौरान होगा। महाकुम्भ समाप्त होने के बाद अधूरे हिस्से का निर्माण कार्य होगा, जिससे शहर का यातायात सुगम होगा। मलाक हरहर से दूरदर्शन केंद्र तक करीब दस किमी लंबाई में 1968 करोड़ रुपये की लागत से इस ब्रिज का निर्माण 16 फरवरी 2021 से शुरू हुआ और 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। जुलाई 25 तक पूरा करने का लक्ष्य है।