Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP police recruitment exam became the prestige of the government, 15 thousand numbers on surveillance

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा सरकार की प्रतिष्ठा बनी, 15 हजार नम्बर सर्विलांस पर, व्हाट्सएप चैट की भी निगरानी

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा सरकार की प्रतिष्ठा बन गई है। यही वजह है कि तीन-चार दिन से मुख्यमंत्री ही नहीं डीजीपी, एडीजी के साथ सभी जिलों के कप्तान परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानFri, 23 Aug 2024 07:00 AM
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UP police recruitment exam:यूपी पुलिस की शुक्रवार को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा अभ्यर्थियों के साथ ही पुलिस अफसरों और सरकार के लिए भी बड़ी परीक्षा होगी। यही वजह है कि तीन-चार दिन से मुख्यमंत्री ही नहीं डीजीपी, एडीजी के साथ सभी जिलों के कप्तान परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाये हुए हैं। एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, एलआईयू व तीन अन्य बड़ी एजेन्सियां 15 हजार से अधिक नम्बर सर्विलांस पर ले चुकी है। व्हाटसएप चैट के साथ ही सोशल मीडिया व अन्य चैनलों पर इस परीक्षा से जुड़ी हर सूचना व अफवाह पर नजर रखी जा रही है।

एसटीएफ व क्राइम ब्रांच ने डेरा डाला जिलों में

एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने जिलों में अपनी टीम को सक्रिय कर दिया है। स्थानीय जिले की क्राइम ब्रांच के साथ एसटीएफ के डिप्टी एसपी, एएसपी स्तर के अधिकारी सभी जिलों में पहुंच गए हैं। परीक्षा केंद्र 67 जिलों में बनाये गये हैं। पुलिस भर्ती बोर्ड ने कुछ केन्द्रों की निगरानी जरूरी बताते हुए एसटीएफ को अलर्ट किया था। इन केन्द्रों पर एसटीएफ ने निगरानी शुरू कर दी है।

हर सूचना पर निगरानी

डीजी राजीव कृष्ण ने कहा है कि परीक्षा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कन्ट्रोल रूम में कई तरह की सूचनाएं आ रही हैं। हर सूचना की निगरानी की जा रही है। अफवाह फैलाने वालों पर भी लखनऊ के अलावा संबंधित जिलों की पुलिस नजर बनाये हुए है।

 ये खामियां थी पिछली बार

लखनऊ। पुलिस अफसरों का ही कहना है कि 17 और 18 फरवरी को यह परीक्षा हुई थी पर पर्चा लीक होने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था। तब भी 48 लाख अभ्यर्थी ही शामिल हुए थे। उस समय यह परीक्षा दो दिन में चार पालियों में ली गई थी। इस वजह से एक पाली में करीब 12 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। इस कारण सुरक्षा को लेकर कई जगह चूक हुई थी। कई अन्य तरह की अव्यवस्थाओं का भी सामना करना पड़ा था। इसका फायदा भी पर्चा लीक कराने वाले गिरोह ने उठाया था। इसी वजह से इस बार यह परीक्षा पांच दिन में करायी जा रही है। इससे पूरे प्रदेश में प्रति पाली करीब चार लाख 80 हजार अभ्यर्थी ही रहेंगे। एक दिन में करीब नौ लाख 60 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।

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