फिल्म शूटिंग के लिए पूर्वोत्तर रेलवे का लखनऊ और वाराणसी डिमांड में, रेलवे ने वसूले पांच लाख
फिल्म शूटिंग के लिए मैरी स्टूडियोज मुम्बई ने एनईआर से किराए पर कोच लिए। कोच के साथ ही लखनऊ का स्टेशन भी शूटिंग में प्रयोग किया। फिल्म का नाम, एक चतुर नारी, निर्माता कमर इकबाल हैं। रेलवे ने शूटिंग के पांच लाख वसूले। शूटिंग से रेलवे ने अब तक 5 करोड़ रुपये से भी अधिक कमाए हैं।
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पूर्वोत्तर रेलवे ने ‘एक चतुर नार’ से भी पांच लाख रुपये ले लिए। जी हां जानकर थोड़ी हैरानी जरूर होगी, लेकिन यह सच है। दरअसल, रेलवे ने ये पैसे किसी महिला से नहीं बल्कि फिल्म बनाने वाली कंपनी से कोच और जंक्शन के किराए के रूप में लिए हैं। कंपनी ने रेलवे से एक ऐसी फिल्म के लिए कोच और स्टेशन को शूटिंग के लिए मांगा जिसका नाम ‘एक चतुर नार’ है। इस फिल्म की शूटिंग 12 और 14 दिसंबर को लखनऊ स्टेशन पर हुई है।
फिल्म के लाइन प्रोड्यूशर कमर इकबाल ने बताया कि फिल्म की शूटिंग के लिए एक स्टेशन और ट्रेन की जरूरत थी। इसमें सबसे मुफीद पूर्वोत्तर रेलवे का लखनऊ नजर आया। यहां शूटिंग की सभी जरूरतें पूरी हो गईं। इकबाल ने बताया कि जल्द ही यह फिल्म रिलीज होगी।
पहली पंसद बनता जा रहा एनईआर
एनई रेलवे के स्टेशन फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। निर्माताओं और निर्देशकों को यहां के स्टेशन इस कदर भा रहे हैं कि एक ही लोकेशन के लिए दो से तीन फिल्म कंपनियों की डिमांड आ रही है। निर्माताओं की इस डिमांड को देखते हुए एनई रेलवे ने भी निर्माताओं को सहूलियत दे रहा है। फिल्म निर्माताओं को एनई रेलवे के स्टेशन किस कदर भा रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्षों में कुछ फिल्मों से एनईआर ने तीन करोड़ से अधिक की कमाई की है।
एनई रेलवे प्रशासन ने फिल्म निर्माता कंपनियों को स्टेशन पर या ट्रेन में शूटिंग करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल के लिए कंपनियों के प्रतिनिधियों को शूटिंग की मंजूरी के लिए विभागों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन आवेदन पर एक सप्ताह के अंदर स्वीकृति मिल जा रही है। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर बीते पांच सालों में 12 फिल्मों के लिए खाली बोगियां शूटिंग के लिए दे चुका है। बोगियों को शूटिंग में दिए जाने के बदले रेलवे फिल्म निर्माताओं से अच्छा-खासा किराया जमा कराता है।
बीते पांच सालों में रेलवे अच्छी और बड़ी फिल्मों की शूटिंग के लिए बोगियों का सेट भेज चुका है। जिन प्रमुख फिल्मों में एईआर की बोगियों का प्रयोग हुआ है उनमें बरेली की बर्फी, मिलन टाकीज, ठाकुरगंज और शुभ मंगल ज्यादा सावधान शामिल हैं। वर्तमान में स्थिति है कि शूटिंग के लिए कोच उपलब्ध कराने की वेटिंग चल रही है। रेलवे उतनी ही कोच को एक बार में शूटिंग के लिए भेजता है जितने में ट्रेनों के संचलन में कोई असुविधा न हो।
एनईआर में प्रमुख फिल्मों की शूटिंग
शुभ मंगल ज्यादा सावधान
फैमिली ऑफ ठाकुरगंज
छोटे नवाब
मनफोर्डगंज
भाग खेसारी भाग
रात अकेली है
कंजूस मक्खी चूस
तिकड़म