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अब दिल्ली दूर नहीं! मेरठ में रैपिड रेल का 23 किमी काम बाकी, परतापुर से आनंद विहार करें सफर

  • रैपिड रेल का मेरठ में सिर्फ 23 किमी का काम बाकी है। नए साल पर आज आनंद विहार, न्यू अशोक नगर तक सफर का तोहफा मिल रहा है। परतापुर से लोग आसानी से दिल्ली की सीमा में जा सकेंगे। छह महीने में मोदीपुरम से दिल्ली सराय काले खां तक सफर होगा।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, राकेश प्रियदर्शी, मेरठSun, 5 Jan 2025 08:11 AM
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मेरठ से दिल्ली के बीच हाईस्पीड रैपिड रेल कॉरिडोर का सपना साकार होने जा रहा है। नए साल की पांचवीं तारीख से मेरठ के लोगों को आनंद विहार, न्यू अशोक नगर तक सफर का अवसर मिलने जा रहा है। बस मेरठ शहर के बीच सफर के लिए करीब छह माह का इंतजार बाकी है। जून-2025 से मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां के बीच रैपिड का सफर शुरू हो जाएगा। मात्र 27 किमी में संचालन बाकी रहेगा, जिसमें करीब 14-15 प्रतिशत काम बाकी है। ‘हिन्दुस्तान’ ने शनिवार को इसकी पड़ताल की। अधिकारियों, इंजीनियरों से बात की। दावा है कि छह महीने में मेरठ से दिल्ली की दूरी सिमट जाएगी। 82 किलोमीटर का सफर मात्र 50 मिनट में तय होगा।

डेढ़ दशक पूर्व देखा गया रैपिड का सपना

वर्ष 2009 में मेरठ विकास प्राधिकरण की बैठक में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की समीक्षा बैठक में मेरठ से दिल्ली के बीच हाईस्पीड रैपिड रेल का सपना दिखाया गया। इसके बाद लगातार रैपिड के सपने को लेकर बैठकों का दौर, सर्वे का कार्य चलता रहा। बाद में एनसीआरपीबी के अंतर्गत एनसीआरटीसी का गठन हुआ। प्रदेश सरकार की ओर से मेरठ मंडल के कमिश्नर भुवनेश कुमार पहले प्रतिनिधि नामित हुए। तब से लगातार इस प्रोजेक्ट पर काम चलता रहा।

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2019 में हुआ था शिलान्यास, 2023 में चली पहली रैपिड

2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गाजियाबाद में रैपिड रेल निर्माण का शिलान्यास किया था। तब से लगातार काम चलता रहा। 20 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रथम दिल्ली-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच 17 किमी के पहले चरण को राष्ट्र के नाम समर्पित किया और पहली नमो भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इस उपलब्धि ने मेरठ, मोदीनगर क्षेत्र के यात्रियों के लिए 2024 की एक आशाजनक शुरुआत की। छह मार्च 2024 को कॉरिडोर के 17 किमी के दूसरे चरण में रैपिड का मोदीनगर नार्थ तक का खंड जनता के लिए चालू किया गया। 18 अगस्त 2024 को आठ किमी और बढ़ाते हुए मेरठ साउथ तक विस्तारित किया गया। अब पांच जनवरी 2025 को रैपिड मेरठ साउथ से दिल्ली की सीमा में आनंद विहार, न्यू अशोक नगर तक पहुंच जाएगी।

51 लाख से अधिक यात्री कर चुके हैं यात्रा

अपनी गति, विश्वसनीयता और आरामदायक यात्रा से रैपिड रेल की नमो भारत सेवा मेरठ से साहिबाबाद के बीच सफर करने वाले यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो गई है। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार अभी तक 51 लाख से ज़्यादा यात्री नमो भारत ट्रेन से यात्रा कर चुके हैं। 11,333 यात्री प्रतिदिन अभी सफर रहे हैं, जबकि रैपिड का सफर अभी 42 किलोमीटर का ही है।

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27 किमी में 14-15 प्रतिशत काम बाकी

एनसीआरटीसी इंजीनियरों और अधिकारियों की मानें तो न्यू अशोक नगर सेक्शन चालू होने के बाद कुल 27 किमी सेक्शन में रैपिड का संचालन बाकी रह जाएगा। मेरठ में मेरठ साउथ (परतापुर) से मोदीपुरम के बीच 23 किमी में सिविल निर्माण का काम पूर्ण हो चुका है। एलिवेटेड और अंडरग्राउंड सारे सिविल निर्माण पूर्ण करा स्ट्रक्चर खड़े कर दिए गए हैं। विद्युतीकरण, सिग्नलिंग, सौंदर्यीकरण को फाइनल टच दिया जा रहा है। इसी तरह दिल्ली की ओर से न्यू अशोक नगर से सराय काले खां के बीच चार किमी सेक्शन में भी तेजी से काम चल रहा है। ओवरऑल 14-15 प्रतिशत काम संचालन के लिए बचा है, जो हर हाल में जून तक पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक 82 किमी का सफर 50 मिनट में तय होने लगेगा।

इन स्टेशनों का हो चुका निर्माण, फाइनल टच दिया जा रहा

-परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर सेक्शन में तीनों स्टेशन का निर्माण कार्य पूर्ण। फाइनल टच दिया जा रहा।

-ब्रहमपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कालोनी (गांधी बाग), डोरली, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम स्टेशन का निर्माण हो चुका। विद्युतीकरण, सिग्नलिंग और सौंदर्यीकरण का कार्य जारी।

-सराय काले खां स्टेशन का स्ट्रक्चर तैयार। अन्य कार्यों को दिया जा रहा फाइनल टच।

-दिल्ली में सराय काले खां से जंगपुरा, मोदीपुरम से मोदीपुरम डिपो के बीच निर्माण कार्य अंतिम चरण में।

मेरठ के दो से 2.5 लाख यात्रियों को होगा फायदा

माना जा रहा है दिल्ली से मेरठ के बीच प्रतिदिन दो से ढाई लाख यात्रियों को आने-जाने में फायदा होगा।

- सबसे ज्यादा 50 से 60 हजार छात्रों का हर दिन आना-जाना रहता है दिल्ली-मेरठ के बीच

- 40 से 50 हजार छोटे व्यापारी, उद्यमियों का रहता है आना-जाना

- 15 से 20 हजार सरकारी, निजी कर्मचारी आते-जाते हैं दिल्ली-मेरठ के बीच।

मेरठ के हर वर्ग को मिलेगी विशेष सुविधा

मेरठ के उद्यमियों का मानना है रैपिड रेल के संचालन से मेरठ के हर वर्ग को सुविधा मिलेगी। उद्यमियों को आने-जाने में दिक्कत थी वह समाप्त हो जाएगी। वर्कर और कच्चे माल, बने सामान को लेकर तो बड़ी सुविधा मिलेगी।

-पंकज गुप्ता, पूर्व चेयरमैन, आईआईए।

अब दिल्ली में नौकरी करना होगा आसान

मैं दिल्ली के एक मंत्रालय में काम करता हूं। हर दिन सुबह जाना और शाम को वापस लौटना होता है। आने-जाने में अभी करीब चार घंटे का समय लगता है। रैपिड के संचालन से यह दो घंटे से कम समय में हो जाएगा।

-संजीव कुमार मिश्रा, नौकरीपेशा

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