ट्रेनों की रफ्तार पर कोहरे का ब्रेक, गोरखधाम एक्सप्रेस 13 तो वैशाली 8 घंटे लेट, दो उड़ानें रद्द
- शनिवार को बठिंडा से गोरखपुर आने वाली 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस 13 घंटे की देरी से रात 10.50 बजे गोरखपुर पहुंची। यह ट्रेन शुक्रवार को दिल्ली में रात 9.30 बजे की जगह शनिवार को सुबह 5 बजे आई। इसके चलते यात्रियों को कड़ाके की ठंड में पूरी रात प्लेटफार्म पर ही काटनी पड़ी। जैसे-तैसे ट्रेन रुक-रुक चलती रही।
Impact of weather on railways: बढ़ते कोहरे ने ट्रेनों के संचालन को बेपटरी कर दिया है। घने कोहरे के चलते शनिवार को गोरखधाम एक्सप्रेस 13 और वैशाली एक्सप्रेस आठ घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंची। वहीं, दिल्ली की दो उड़ानें निरस्त करनी पड़ीं। इससे ट्रेन के यात्रियों को खानपान से लेकर तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, फ्लाइट निरस्त होने से यात्रियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
शनिवार को बठिंडा से गोरखपुर आने वाली 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस 13 घंटे की देरी से रात 10.50 बजे गोरखपुर पहुंची। यह ट्रेन शुक्रवार को दिल्ली में रात 9.30 बजे की जगह शनिवार को सुबह पांच बजे आई। इसके चलते यात्रियों को कड़ाके की ठंड में पूरी रात प्लेटफार्म पर ही काटनी पड़ी। जैसे-तैसे ट्रेन रुक-रुक चलती रही। इसके चलते यात्रियों के सामने नाश्ते और भोजन का भी संकट आ गया। वहीं, नई दिल्ली से गोरखपुर होते हुए सहरसा जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस आठ घंटे की देरी से शाम पांच बजे गोरखपुर पहुंची।
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गोरखधाम एक्सप्रेस से गोरखपुर आ रहे अत्रीय सिंह ने बताया कि ट्रेन के इंतजार में रातभर प्लेटफार्म पर बैठना पड़ा। कोई साफ नहीं बता रहा था कि ट्रेन कितने बजे आएगी। बार-बार एक-एक घंटे टाइमिंग बढ़ती जा रही थी। रेलवे को समस्या से निजात के लिए इंतजाम करना चाहिए।
छूट जा रही है लिंक ट्रेन कोहरे के कारण अन्य ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ रहा है। घने कोहरे के कारण ट्रेनों की स्पीड को धीमा रखा जा रहा है। अवध एक्सप्रेस से जाने वाले अवध कुमार सिंह को वाराणसी से दूसरी ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन ट्रेन के लेट होने से वाराणसी वाली ट्रेन छूट गई। यात्रियों की दिक्कत तब और बढ़ जा रही है, जब उन्हें ट्रेनों की सटीक जानकारी नहीं मिल रही है। मुम्बई की स्पेशल ट्रेन में आरक्षण कराकर प्लेटफार्म नम्बर पर सात पर इंतजार कर रहे मुकीम तीन घंटे तक खड़े रहे, लेकिन यह जानकारी नहीं मिल पाई कि ट्रेन कब आएगी।