करहल में लड़ा यादव खानदान, मीरापुर में RLD के पलटने का इम्तिहान, यूपी की नौ सीटों का हाल
- उत्तर प्रदेश विधानसभा की खाली दस में नौ सीटों पर मतदान जारी है। कुछ सीटों पर तेज तो कुछ पर धीमा मतदान चल रहा है। करहल, खैर, मझवां, फूलपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, मीरापुर और कटेहरी सीट पर क्या है भाजपा, सपा और बसपा का समीकरण, एक नजर डालते हैं।
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। गाजियाबाद में धीमा तो कुंदरकी में सबसे तेज मतदान चल रहा है। सुबह 11 बजे तक औसत 20 फीसदी वोटिंग हुई है। 23 नवंबर को मतदान के नतीजों से पहले आइए एक नजर डालते हैं करहल, कटेहरी, खैर, मझवां, फूलपुर, सीसामऊ, गाजियाबाद, कुंदरकी और मीरापुर विधानसभा सीट में भाजपा, सपा और बसपा के कैंडिडेट और समीकरणों पर।
करहल विधानसभा उपचुनाव: यादव खानदान के भतीजे और फूफा में लड़ाई
मैनपुरी जिले में समाजवादी पार्टी के मजबूत गढ़ करहल विधानसभा सीट पर मुलायम सिंह यादव परिवार के दो सदस्य जो रिश्ते में फूफा और भतीजा हैं, उनके बीच लड़ाई है। 2022 के चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को हराया था। इस सीट को 1993 से सपा जीत रही है। कन्नौज से लोकसभा जीतने के बाद अखिलेश ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था जिसकी वजह से उपचुनाव हो रहा है। सपा ने अखिलेश की सीट पर उनके ही रिश्ते में भतीजे और पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को लड़ाया है। भाजपा ने अखिलेश के चचेरे भाई और आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश यादव को उतारा है। बसपा ने यहां अवनीश कुमार शाक्य को टिकट दिया है।
कटेहरी विधानसभा उपचुनाव: दलित राजनीति की प्रयोगशाला
आंबेडकर नगर जिले में कभी मायावती की बसपा का गढ़ रही कटेहरी विधानसभा सीट को दलित राजनीति का प्रयोगशाला माना जाता है। इस सीट का राजनीतिक समीकरण तब बदल गया जब मायावती सरकार में मंत्री रहे लालजी वर्मा ने 2021 में अखिलेश यादव की सपा में शामिल हो गए। 2022 के विधानसभा में लालजी वर्मा ने सपा को इस सीट पर जीत दिलाई। लोकसभा चुनाव में आंबेडकर नगर सीट से सांसद बन गए लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को सपा ने टिकट दिया है। भाजपा ने धर्मराज निषाद जबकि बसपा ने अमित वर्मा को कैंडिडेट बनाया है।
मझवां विधानसभा उपचुनाव: त्रिकोणीय मुकाबला और कांटे की लड़ाई
मिर्जापुर जिले की मझवां विधानसभा सीट पर निषाद पार्टी के विधायक विनोद बिंद के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर भदोही से सांसद बनने के बाद उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने यहां पहले विधायक रह चुकीं सुचिस्मिता मौर्या, सपा ने ज्योति बिंद और बसपा ने दीपक तिवारी को टिकट दिया है।
फूलपुर विधानसभा उपचुनाव: बीजेपी के लिए सीट बचाने की चुनौती
प्रयागराज जिले की फूलपुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवीण पटेल के सांसद बनने के कारण चुनाव हो रहा है। प्रवीण पटेल ने फूलपुर लोकसभा सीट जीतने के बाद विधायकी से इस्तीफा दिया था। भाजपा ने दीपक पटेल, सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी और बसपा ने जितेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के मुज्तबा सिद्दीकी महज 2732 वोट के अंतर से हारे थे।
सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव: इरफान सोलंकी की राजनीतिक रसूख का इम्तिहान
क्रिमिनल केस में सजा के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने के कारण सीसामऊ सीट पर उपचुनाव हो रहा है। लगातार तीन चुनाव से इरफान सोलंकी ने इस सीट को सपा के लिए जीता है। सपा ने इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है जो प्रचार के दौरान कई बार रोती दिखी हैं। भाजपा ने सुरेश अवस्थी और बसपा ने वीरेंद्र कुमार शुक्ला को लड़ाया है।
कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव: सपा के सामने किला बचाने की चुनौती
मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट सपा का किला है जिसे वो लगातार तीन चुनाव से जीत रही है। सपा के विधायक जियाउर रहमान बर्क के संभल से सांसद बनने के बाद विधानसभा से इस्तीफे के कारण उपचुनाव हो रहा है। सपा ने कुंदरकी से तीन बार विधायक रहे मोहम्मद रिजवान को फिर से लड़ाया है जिनका टिकट 2022 में कट गया था। भाजपा ने रामवीर सिंह और बसपा ने रफतुल्लाह को कैंडिडेट बनाया है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने भी मुसलमान कैंडिडेट को लड़ाया है। अखिलेश के जुड़ेंगे तो जीतेंगे की असली परीक्षा कुंदरकी में है जहां भाजपा के हिंदू कैंडिडेट के खिलाफ सारे प्रमुख दलों के उम्मीदवार मुस्लिम हैं।
खैर विधानसभा उपचुनाव: दलित और जाट वोट के साथ से हाथ लगेगी जीत
अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित सीट है। सीट से भाजपा के विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि के हाथरस से लोकसभा जीतने के बाद इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव हो रहा है। खैर सीट में दलितों के साथ ही जाट वोट भी अहम है। भाजपा ने खैर में सुरेंद्र दिलेर, सपा ने चारू केन और बसपा ने पहल सिंह को टिकट दिया है। चारू केन बसपा से सपा में आए हैं। आसपा ने नितिन कुमार को लड़ाया है।
गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव: भाजपा का गढ़ ढहना मुश्किल
गाजियाबाद जिले की गाजियाबाद विधानसभा सीट भाजपा का गढ़ है जिसका ढह पाना मुश्किल है। भाजपा विधायक अतुल गर्ग के गाजियाबाद से लोकसभा सांसद बनने के बाद दिए इस्तीफे के कारण उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने संजीव शर्मा को टिकट दिया है जबकि सपा ने दलित जाति से सिंह राज जाटव को लड़ाया है। बसपा ने वैश्य समुदाय से परमानंद गर्ग को उतारा है। 2022 के चुनाव में अतुल गर्ग ने डेढ़ लाख वोट से ऊपर के अंतर से यह सीट जीती थी।
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव: आरएलडी के पलटने की परीक्षा
जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने 2022 के चुनाव में मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट सपा के साथ गठबंधन में जीती थी। लोकसभा चुनाव से पहले जयंत की पार्टी भाजपा के साथ आ गई। रालोद के विधायक चंदन चौहान के बिजनौर से लोकसभा सांसद बनने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। रालोद ने मिथिलेश पाल, सपा ने सुंबुल राणा और बसपा ने शाह नजर को टिकट दिया है। सुंबुल महिला हैं और पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू हैं। मीरापुर उपचुनाव के नतीजों से पता चलेगा कि रालोद को पलटने से कितना फायदा हुआ। 2022 में चंदन चौहान ने भाजपा के प्रशांत चौधरी को 27380 वोट के अंतर से हराया था।