यूपी बोर्ड एग्जाम में साल्वर बैठाकर परीक्षा, घरों में लिखी जा रही थीं कॉपियां, एसटीएफ की छापेमारी के बाद खलबली
यूपी में लाख कवायद के बाद भी यूपी बोर्ड परीक्षा में ऐसा लग रहा है कि प्रशासन डाल डाल है तो नकल माफिया पांत पांत चल रहा है। आजमगढ़ में सामूहिक नकल का बड़ा मामला पकड़ा गया है। यहां केंद्र पर सॉल्वर बैठाए गए थे और केंद्र के बाहर भी घरों में कापियां लिखी जा रही थीं।

यूपी बोर्ड की परीक्षा में बड़े पैमाने पर नकल का खुलासा हुआ है। परीक्षा केंद्र के अंदर सॉल्वर बैठाकर पेपर लिखा जा रहा था। परीक्षा के दौरान केंद्र से बाहर घरों में ले जाकर भी कॉपियां लिखी जा रही थीं। एसटीएफ ने छापेमारी की तो खलबली मच गई। एसटीएफ को उत्तरपुस्तिका केंद्र के बाहर भी फेंकी मिली। मामला आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के मुड़हर स्थित पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज का है। यहां दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे चार सॉल्वर को दबोचा गया है। इनमें दो लड़कियां हैं। पूछताछ के दौरान संलिप्तता मिलने पर केंद्र व्यवस्थापक और जनसेवा केंद्र संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया। कॉलेज के प्रबंधक समेत पांच लोग फरार हैं। सभी के खिलाफ गंभीरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसटीएफ की टीम सॉल्वरों और केंद्र व्यवस्थापक से पूछताछ कर रही हैं।
गुरुवार को दिन में दो बजे से दूसरी पॉली में इंटरमीडिएट की भौतिक विज्ञान की परीक्षा थी। एसटीएफ की वाराणसी यूनिट को सूचना मिली कि मुड़हर स्थित पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में सामूहिक नकल कराई जा रही है। यहां परीक्षा देने के लिए सॉल्वर बैठाए गए हैं। करीब तीन बजे एसटीएफ की टीम ने गंभीरपुर थाने की पुलिस के साथ परीक्षा केंद्र पर छापा मारा। टीम ने केंद्र का मुख्य गेट बंद कराकर छानबीन शुरू की। इस दौरान चार लोग दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते मिले। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पूछताछ के दौरान पता चला कि केंद्र व्यवस्थापक और एक जनसेवा केंद्र संचालक की मिलीभगत से सामूहिक नकल कराई जा रही है। इस पर पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया। बाद में सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्र के बाहर घरों में कॉपियां लिखे जाने की सूचना मिली। इस पर पुलिस घरों की तरफ रवाना हुई, लेकिन तब तक भनक मिलने के बाद आरोपी फरार हो गए।
परीक्षा केंद्र के बाहर एक उत्तर पुस्तिका फेंकी मिली। एसपी हेमराज मीना ने बताया कि सामूहिक नकल के मामले में केंद्र व्यवस्थापक बबिता तिवारी, जनसेवा केंद्र संचालक धर्मलेश सरोज, सॉल्वर राधेश्याम, नवनीत समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रबंधक विजय तिवारी, संजय सरोज, राजू सरोज, विशाल राय और निलेश तिवारी फरार हैं।
मोटी रकम लेकर हो रही थी सामूहिक नकल
पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में परीक्षार्थियों से मोटी रकम लेकर सामूहिक नकल कराई जा रही थी। परीक्षार्थियों को पास कराने और बेहतर अंक दिलाने का ठेका लिया गया था। यही वजह थी कि परीक्षा में सॉल्वर बैठाने के साथ ही केंद्र से बाहर घरों में भी कॉपियां लिखवाई जा रही थीं।परीक्षा केंद्र के बाहर एक उत्तर पुस्तिका फेंकी मिली। इसमें प्रबंधक विजय तिवारी, संजय सरोज, राजू सरोज, विशाल राय और निलेश तिवारी फरार हैं।
एसटीएफ से जुड़े सूत्रों ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर इससे पहले हुए पेपरों में भी नकल कराए जाने की पूरी संभावना है। इसकी गंभीरता के साथ जांच की जा रही है। एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र पर सामूहिक नकल कराने के लिए पूरी प्लानिंग की गई थी। इसमें बाहरी लोगों को भी शामिल किया गया था। जिन परीक्षार्थियों की जगह सॉल्वर बैठाए गए थे, उनकी प्रवेश पत्र पर फोटो बदल दी गई थी।
इतना ही नहीं, पकड़े जाने के डर से जनसेवा केंद्र संचालक की मदद से परीक्षार्थियों के आधारकार्ड पर स्कैन कर सॉल्वरों की फोटो लगा दी गई थी। केंद्र व्यवस्थापक और इंटर कॉलेज के प्रबंधक की मिलीभगत से सामूहिक नकल का खेल चल रहा था। गुरुवार को एसटीएफ को इसकी पुख्ता सूचना मिली। उधर, सामूहिक नकल के खेल में शिक्षा विभाग की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना ने विभाग की तरफ से नकलविहीन परीक्षा कराए जाने के दावे की पोल खोलकर रख दी।
कॉपियां लान के लिए लगाए गए थे लोग
नकल माफियाओं ने सामूहिक नकल के लिए पूरी प्लानिंग के साथ तैयारी की थी। परीक्षा केंद्र के अंदर नकल के लिए अलग व्यवस्था थी तो बाहर घरों में कॉपियां लिखने के लिए अलग। परीक्षा केंद्र से घरों तक कॉपियां लाने और ले जाने के लिए भी अलग से आदमी लगाए गए थे।
केंद्र के पास दो घरों में लिखी जा रही थीं कॉपियां
एसपी हेमराज मीना ने बताया कि परीक्षा केंद्र के पास स्थित दो घरों में भी कॉपियां लिखी जा रही थीं। वहां भी सॉल्वर बैठाए गए थे। इंटर भौतिक विज्ञान का पेपर होने के कारण नकल के लिए पहले से सारे इंतजाम किए गए थे। सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ और पुलिस की परीक्षा केंद्र पर छापेमारी के दौरान भी घरों में कॉपियां लिखी जा रही थीं। एसटीएफ की टीम जब तक वहां पहुंचती तब तक घरों में बैठे सॉल्वरों को भी छापेमारी की जानकारी हो गई।
पकड़े गए सॉल्वरों में दो लड़कियां भी शामिल
नकल के खेल में आरोपियों ने दो लड़कियों को भी शामिल कर लिया। उन्हें सॉल्वर बनाकर परीक्षा में बैठा दिया गया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि उन्हें महिला परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा देने के लिए बैठाया गया था। प्रवेश पत्र पर उनकी भी फोटो बदल दी गई थी। केंद्र व्यवस्थापक बबिता तिवारी की भूमिका की भी गहराई से छानबीन की जा रही है।