आत्मदाह करने वाली गैंगरेप पीड़िता की मौत पर सवाल! फेफड़ों में नहीं मिला कार्बन, जलने से नहीं हुई मौत
बरेली के भोजीपुरा में गैंगरेप का आरोप लगाकर आत्मदाह करने वाली किशोरी की मौत का कारण आग से जलना नहीं है, इसी वजह से उसका बिसरा जांच के लिए सुरक्षित किया गया है। पोस्टमार्टम में किशोरी के फेफड़ों में कार्बन भी नहीं मिला है।
बरेली के भोजीपुरा में गैंगरेप का आरोप लगाकर आत्मदाह करने वाली किशोरी की मौत का कारण आग से जलना नहीं है, इसी वजह से उसका बिसरा जांच के लिए सुरक्षित किया गया है। पोस्टमार्टम में किशोरी के फेफड़ों में कार्बन भी नहीं मिला है, जिसके आधार पर उसके जिंदा जलने की बात भी संदिग्ध है। पुलिस इस मामले में हर बिंदु पर जांच कर रही है।
भोजीपुरा के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति का कहना है कि सोमवार को वह पत्नी के साथ रिश्तेदारी में गए थे। कक्षा नौ में पढ़ने वाली उनकी 13 वर्षीय बेटी कपड़े डालने घर के बाहर गई तो पड़ोस के दो लड़क गन्ने के खेत में खींच ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। उसकी चीखपुकार सुनकर बहन बचाने पहुंची तो आरोपी भाग निकले। मंगलवार सुबह जब वह खेत में काम करने गए तो उनकी बेटी ने डीजल डालकर आग लगा ली। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम में सामने आया कि किशोरी का शरीर 60-70 प्रतिशत तक जला है लेकिन उसकी मौत जलने की वजह से नहीं हुई है। उसके शरीर पर नीले पड़ने के निशान भी हैं। इसी वजह से बिसरा सुरक्षित किया गया है। इसके अलावा किशोरी के फेफड़ों में भी कार्बन कण नहीं मिले हैं जबकि किसी जीवित व्यक्ति के जलने पर उसके फेफड़ों में कार्बन जमी मिलती है। इस वजह से पुलिस घटना को संदिग्धमानरहीहै।
एसपी उत्तरी, मुकेश चंद्र मिश्र ने कहा कि मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण बिसरा सुरक्षित किया गया है। उसके फेफड़ों में भी कार्बन कण नहीं मिले हैं जबकि जीवित व्यक्ति अगर जलता है तो ऐसा जरूर होना चाहिए। विस्तृत रूप से जांच चल रही है।
गांव में लोगों से पूछताछ
इस मामले में मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है जबकि दूसरे आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस गांव के लोगों से भी पूछताछ कर घटना की तह पर पहुंचने की कोशिश कर रही है। गुरुवार को भी कई लोगों से मामले में पूछताछ की गई।