अयोध्या राम मंदिर के दूसरे तल पर बनेगा राम कथाओं का मंदिर, स्थापित होगा ग्रंथ संग्रहालय
अयोध्या में राम मंदिर के दूसरे तल को लेकर श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने फैसला किया है कि यहां राम कथाओं का मंदिर बनाया जाए। यह फैसला सर्वसम्मति से तय हो गया है।
अयोध्या में राम मंदिर के दूसरे तल को लेकर श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने फैसला किया है कि यहां राम कथाओं का मंदिर बनाया जाए। यह फैसला सर्वसम्मति से तय हो गया है। इसका खुलासा गुरुवार को तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि ने किया। महंत श्री गिरि सिंघल फाउंडेशन की ओर से आयोजित भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार वितरण समारोह में हिस्सा लेने अयोध्या आए हैं।
हिन्दुस्तान से विशेष भेंट में उन्होंने कहा कि राम मंदिर के भूतल में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है जबकि प्रथम तल पर राम दरबार की प्रतिष्ठा किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह द्वितीय तल को लेकर विचार-विमर्श चल रहा था। फिलहाल यह निर्णय हो गया है कि यहां राम कथाओं का मंदिर बनाया जाए। इस मंदिर में भगवान राम से सम्बन्धित दुनिया भर की समस्त भाषाओं में रचित ग्रंथों का संग्रह करके विशाल ग्रंथागार तैयार किया जाएगा। इसमें प्राचीन पांडुलिपियों के अलावा प्रकाशित ग्रंथों व देश की विविध भाषाओं के रामायण व अन्य विद्वानों के शोध ग्रंथ भी समाहित होंगे।
नये पुजारियों की नियुक्ति में अभी विलंब होगा
राम मंदिर में रामलला की पूजा-अर्चना के लिए नये पुजारियों की नियुक्ति का मसला अधर में अटका है। अभी तक पुजारी प्रशिक्षण योजना में प्रशिक्षित 21 पुजारियों की ओर से प्रायोगिक प्रशिक्षण के तौर पर यहां वरिष्ठ पुजारियों के सहयोग में उन्हें लगाया गया था लेकिन उनकी स्थाई नियुक्ति के पहले ही विभिन्न प्रकार की विसंगतियां पैदा हो गई। इसके कारण तीर्थ क्षेत्र ने अपने ही फैसले पर पुनर्विचार करते हुए पूर्व के निर्णय को स्थगित कर दिया। इसके साथ प्रशिक्षित पुजारियों के प्रशिक्षण की अवधि पूरी हो जाने की दशा में उन्हें मुक्त कर दिया गया है और इसके साथ उनसे स्वेच्छा पूर्वक आवेदन देने तदनुसार विचार का निर्णय लिया।
प्रशिक्षण से मुक्त पुजारियों ने आवेदन तो कर दिया है लेकिन तीर्थ क्षेत्र ने अभी सार्वजनिक निर्णय नहीं लिया। इस सम्बन्ध में तीर्थ क्षेत्र कोषाध्यक्ष महंत श्री गिरि का कहना है कि पुजारियों के लिए नये सिरे से नियमावली तैयार की जा रही है। इसी नियमावली के अन्तर्गत भविष्य में सभी नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के अतिरिक्त परिसर में निर्माणाधीन अन्य मंदिरों को मिलाकर करीब एक सौ की संख्या में पुजारियों की तैनाती की जानी है।
राम मंदिर के वार्षिक कैलेंडर में जुड़ेंगे कई नवीन उत्सवराम मंदिर में पूरे वर्ष के उत्सवों के आयोजन के लिए वार्षिक कैलेंडर के निर्माण पर लंबे समय से विचार विमर्श चल रहा है लेकिन इस दिशा में ठोस पहल नहीं हो पाई है। इस बारे में तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि का कहना है कि इसके लिए एक समिति का गठन अगले महीने कर दिया जाएगा जो कि विभिन्न विद्वानों एवं संतों से परामर्श लेकर अपना प्रस्ताव देगी। तदनुसार आगे निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी अयोध्या के पारम्परिक उत्सवों के ही आयोजन किए जा रहे हैं लेकिन भविष्य में इसमें की नवीन उत्सवोंकोजोड़ाजाएगा।