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अयोध्या दिव्य धाम में राम: जन्मभूमि परिसर की परिधि में बनेगी चहारदीवारी, 28 फीट ऊंची बनेगी बाउंड्री

श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन कार्यों के अलावा एक नये निर्माण की जिम्मेदारी निर्माण एजेंसी एलएण्डटी को सौंपी गई है। यह नया निर्माण राम मंदिर के 70 एकड परिधि में चहारदीवारी का है।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, अयोध्याThu, 28 Nov 2024 06:44 AM
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श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन कार्यों के अलावा एक नये निर्माण की जिम्मेदारी निर्माण एजेंसी एलएण्डटी को सौंपी गई है। यह नया निर्माण राम मंदिर के 70 एकड परिधि में चहारदीवारी का है। बताया गया कि यह चहारदीवारी की चौड़ाई दो मीटर होगी जबकि उसकी ऊंचाई 28 फिट होगी। इस चहारदीवारी के निर्माण के साथ पश्चिमी प्रवेश द्वार के निर्माण का भी रास्ता साफ हो गया है। राम मंदिर में चार प्रवेश द्वारों के निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) को दिया गया है। इसमें से उत्तरी प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य चल रहा है।

इसके अलावा क्रासिंग 11 के निर्माण को भी शुरू करने की तैयारी हो गयी है। यूपीआरएनएन के अधिशासी अभियंता कैवल्य मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रवेश द्वार के फाउंडेशन का निर्माण पूरा हो गया है। बताया गया कि पश्चिमी प्रवेश द्वार के निर्माण को तात्कालिक प्रभाव से रोक दिया गया था क्योंकि टेढ़ी बाजार से दुराही कुआं होते हुए अशर्फी भवन सम्पर्क मार्ग का चौड़ीकरण प्रस्तावित है। बताया गया कि इस सम्पर्क मार्ग के चौड़ीकरण के निर्धारित मानक को लेकर अंतिम रूप से निर्णय शेष था। फिलहाल अब तय हो गया है कि टेढ़ी बाजार से दुराही कुआं होते हुए अशर्फी भवन सम्पर्क मार्ग की कुल चौड़ाई 14 मीटर होगी जो कि सड़क के मध्य से सात-सात मीटर निर्धारित की गयी है।

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पश्चिमी प्रवेश द्वार के निर्माण से पहले नजूल भूमि के कब्जेदारों से हो रही वार्ता
इस चौड़ाई के निर्धारण के बाद प्रवेश द्वार के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके चलते क्रासिंग 11 के बाद पश्चिमी प्रवेश द्वार का निर्माण भी शुरू किया जाएगा। फिलहाल यह प्रवेश द्वार दुराही कुआं मोहल्ले में स्थित शांति भवन के निकट प्रस्तावित है लेकिन यहां भी एक लफड़ा भूमि अधिग्रहण का है। यद्यपि कि इस साइट में नजूल भूमि है लेकिन इस पर आबादी है। इस आबादी से अधिकांश कब्जेदारों का कब्जा जिला प्रशासन ने हटवाए दिया है लेकिन कुछ परिवारों का कब्जा अभी बरकरार है। इसमें से एक परिवार ने अपना कब्जा श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के पक्ष में छोड़ दिया है जबकि दूसरे परिवार में भाई व पट्टीदारों के बीच आपसी बंटवारे के मामले में पेंच फंसा है।

राम मंदिर में पहले चरण में दस पुजारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में प्रशिक्षित पुजारियों की नियुक्ति को मंजूरी दिए जाने के बाद पहले चरण में 20 प्रशिक्षितों में दस पुजारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव है। मिली जानकारी के अनुसार इन पुजारियों से दूरभाष पर सम्पर्क कर आवेदन मांगा गया है। इन्हें बोर्ड द्वारा मंजूर नियमावली के विषय में बताकर उनसे शपथ पत्र पर सहमति लिए जाने के बाद नियुक्ति पत्र निर्गत किया जाएगा। यद्यपि अधिकांश प्रशिक्षित पुजारी राम मंदिर में पूजा-अर्चना के इच्छुक हैं और उन्होंने अपने आवेदन भी प्रेषित करना शुरू कर दिया है।

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