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राम मंदिर निर्माण अपडेट: कितना बन गया मंदिर इसकी समीक्षा आज, तय होगा कब पूरा होगा कौन सा काम

  • राम मंदिर निर्माण अपडेट: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि आज एक समीक्षा बैठक होगी जिसके बाद ये तय किया जाएगा कि किस काम को कितने समय में पूरा किया जाना है। काम को गति देने की कोशिश है।

Srishti Kunj लाइव हिन्दुस्तान, अयोध्याSat, 28 Dec 2024 11:30 AM
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अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की जानकारी देते हुए आज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा बताया कि आज राम मंदिर के निर्माण कार्यों की समीक्षा की जानी है। इसके बाद तय होगा कि राम मंदिर निर्माण का कौन सा काम कब तक पूरा होगा। सभी कामों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित है जो मौसम और अन्य कारणों पर आधारित है। इसी सब को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर निर्माण पूरा होने के समय को तय किया जाएगा। इसमें परिसर में बनने वाले अलग-अलग मंदिर भी शामिल रहेंगे।

नृपेंद्र मिश्रा ने मीडिया से कहा कि आज समीक्षा के बाद सभी निर्माण कार्यों की अनुमानित तिथि निर्धारित करें। अगले एक माह में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ और मौसम को ध्यान में रखते हुए तिथि निर्धारित होगी। उन्होंने बताया कि परोकोटे में लगभग 8,40,000 क्यूबिक फीट पत्थर रखे जाने हैं जिनमें से केवल 3 लाख क्यूबिक फीट ही बचा है। ये प्रगति अच्छी हुई है जिससे आशा है कि जून 2025 तक 1 किमी के 6 मंदिरों वाले परकोटे को पूरा कर सकें। अन्य निर्माण कार्य भी अपनी गति से चल रहा है। मूर्तियों का निर्माण भी समयनुसार हो रहा है। जनवरी के प्रथम हफ्ते में जयपुर में मूर्तियों का निरिक्षण किया जाएगा और मंदिर पूरे होने पर मूर्तियां जयपुर से अयोध्या लाई जाएंगी।

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उन्होंने बताया कि जलकुंड पर काम शुरू हो गया है और ये परिसर में ऋषि-मुनियों के 7 मंदिरों के बीच में बनेगा। परिसर के अंदर मंदिरों के बीच में कुंड के लिए खुदाई शुरू हो गई है। आज इसके डिजाइन और तकनीकी बारीकियों पर चर्चा होगी। इसमें पानी आने और पानी बदलने पर भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि कुंभ के कारण समस्याएं आएंगी लेकिन निर्माण को गति देने की कोशिश की जाएगी। साथ ही बताया कि श्रद्धालुओं के लिए कोई नई निकासी की व्यवस्था नहीं होगी। जो गेट तय हैं उनका निर्माण किया जा रहा है। इन्हीं द्वार के नाम अयोध्या के साधु-संतों के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव रखा है।

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